नई दिल्ली। जाने-माने उद्योगपति गौतम अडाणी का बंदरगाह से लेकर ऊर्जा क्षेत्र से जुड़ा समूह 100 अरब डॉलर से अधिक बाजार पूंजीकरण हासिल करने वाला देश का तीसरा समूह बन गया है। समूह की छह सूचीबद्ध कंपनियों में से चार का बाजार पूंजीकरण मंगलवार को अपने उच्चतम स्तर पर पहुंच गया। शेयर बाजार में उपलब्ध आंकड़े के अनुसार अडाणी समूह की छह सूचीबद्ध कंपनियों का कुल बाजार पूंजीकरण मंगलवार को कारोबार समाप्त होने के बाद 7.84 लाख करोड़ रुपये या 106.8 अरब डॉलर पर पहुंच गया। टाटा समूह और रिलायंस इंडस्ट्रीज लि.के बाद अडाणी समूह तीसरा भारतीय समूह है जिसका बाजार पूंजीकरण 100 अरब डॉलर को पार कर गया है।
गौतम अडाणी ने 1980 के दशक में जिंस कारोबारी के रूप में काम शुरू करने के बाद दो दशक में एक दिग्गज उद्योगपति का मुकाम हासिल किया है। आज उनका कारोबार खदान, बंदरगाह और बिजली संयंत्रों से लेकर हवाईअड्डा, डेटा सेंटर, सिटी गैस तथा रक्षा क्षेत्र तक में फैला है। पिछले दो साल में उनका समूह सात हवाईअड्डों और देश के हवाई यातायात का करीब एक तिहाई हिस्से पर नियंत्रण हासिल करने में सफल रहा है। साथ ही नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता वृद्धि में तेजी से आगे बढ़ा है और श्रीलंका में संयुक्त रूप से बंदरगाह टर्मिनल के विकास का अनुबंध हासिल किया है।
बीएसई के आंकड़े के अनुसार अडाणी एंटरप्राइजेज का शेयर मंगलवार को 7.67 प्रतिशत उछलकर रिकार्ड 1,225.55 रुपये प्रति इक्विटी पर बंद हुआ। वहीं अडाणी टोटल गैस का शेयर एक समय 1,248 रुपये तक चला गया था। पर बाद में यह यह 1,204.35 रुपये प्रति इक्विटी पर बंद हुआ। वहीं अडाणी ट्रांसमिशन कारोबार के दौरान 5 प्रतिशत उछलकर 1,147 रुपये तक चला गया था और अंत में यह 1,109.90 रुपये प्रति इक्विटी पर बंद हुआ। अडाणी पोर्ट्स 12.84 प्रतिशत उछलकर रिकार्ड 837.45 रुपये प्रति इक्विटी पर बंद हुआ। अडाणी पावर 5 प्रतिशत की बढ़त के साथ 98.40 रुपये तथा अडाणी ग्रीन एनर्जी 2.2 प्रतिशत मजबूत होकर 1,194.55 रुपये प्रति इक्विटी पर बंद हुआ। अडाणी ग्रीन और अडाणी पावर को छोड़कर समूह की अन्य सूचीबद्ध कंपनियों का शेयर रिकार्ड ऊंचाई पर बंद हुए। टाटा समूह का मौजूदा बाजार पूंजीकरण करीब 242 अरब डॉलर जबकि रिलायंस इंडस्ट्रीज का 171 अरब डॉलर है।