नई दिल्ली। बाजार को लेकर निवेशकों के उत्साह को देखते हुए 36 स्मॉल एंड मीडियम एंटरप्राइजेज (SME) अपने-अपने आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (IPO) लाने की योजना बना रहे हैं। ये एसएमई अपने कारोबार का विस्तार करने और कार्यशील पूंजी जरूरतों को पूरा करने के लिए बाजार से पैसा जुटाना चाहते हैं।
ये कंपनियां, जिनकी योजना बीएसई के एसएमई प्लेटफॉर्म पर लिस्ट होने की है, अगले कुछ महीनों में अपने आईपीओ पेश कर सकती हैं।
- ताजा जानकारी के अनुसार एक्सचेंज पहले ही 28 एसएमई को आईपीओ के लिए मंजूरी दे चुका है।
- जबकि अन्य आठ ने बीएसई के पास दस्तावेज जमा करा दिए हैं और उन्हें मंजूरी मिलने का इंतजार है।
- लिस्टिंग से इन कंपनियों को पूंजी बाजार में प्रवेश करने में मदद मिलेगी।
- बजार विश्लेषकों का कहना है कि एसएमई बाजार में अपने आप को लिस्ट करवाकर पूंजी तक आसान पहुंच बना सकते हैं।
- इससे उनकी दृश्यता बढ़ेगी, विकास के अवसर बढ़ेंगे और अन्य सुविधाएं भी मिलेंगी।
- ट्राइन एंटरटेनमेंट, मोनार्च अपैरल्स (इंडिया) लिमिटेड, शेयरवे सिक्यूरिटीज, ओक्टावेयर टेक्नोलॉजीस, पेरी इम्पेक्स और वेस्टर्न एग्रो-टेक इन्नोवेटिव आदि कंपनियां आईपीओ लाने वाली हैं।
- बीएसई ने मार्च 2012 में एसएमई प्लेटफॉर्म को लॉन्च किया था और तब से 165 कंपनियां इस प्लेटफॉर्म पर लिस्ट हो चुकी हैं।
- इनमें से 24 कंपनियां बीएसई के मुख्य बोर्ड में स्थानांतरित हो चुकी है।
- अब तक बीएसई एसएमई प्लेटफॉर्म पर 1288 करोड़ रुपए जुटाए जा चुके हैं और लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैप 18,065 करोड़ रुपए है।
- नियमों के मुताबिक बीएसई के एसएमई प्लेटफॉर्म पर लिस्ट होने वाली कंपनी के लिए यह जरूरी है कि उसकी न्यूनतम पेड-अप कैपिटल 3 करोड़ रुपए होनी चाहिए।
- इसके अलावा उसके पास कम से कम 3 करोड़ रुपए की शुद्ध संपत्ति भी होना जरूरी है।