नई दिल्ली। मोदी सरकार अपनी तीसरी सालगिरह मना रही है। इस दौरान इकोनॉमी की रफ्तार तो कुछ कम रही, लेकिन शेयर बाजार ने बड़ी छलांग लगाई है। मोदी सरकार के राज में निफ्टी में 27 फीसदी का बड़ा रिटर्न दिया है। जबकि, सेंसेक्स में 24 फीसदी की तेजी रही है। वहीं, इस दौरान बैंक निफ्टी ने 53 फीसदी की छलांग लगाई और मिडकैप इंडेक्स 70 फीसदी मजबूत हुआ है।
मोदी के कार्यकाल में निवेशक हुए मालामाल
स्मॉलकैप कंपनियों के शेयरों ने निवेशकों को मालामाल कर दिया है। मतलब साफ है यूनिप्लाई इंडस्ट्रीज, मंगलम ड्रग्स, क्यूपिड, इंडो काउंट इंडस्ट्रीज, द्वारिकेश शुगर्स जैसे शेयर में अगर किसी इन्वेस्टर्स ने 5 हजार रुपए का निवेश किया होता तो वह बढ़कर 3.20 लाख रुपए हो जाता। एक्सपर्ट मानते हैं कि इस तरह के मौके हमेशा स्टॉक मार्केट में होते है, लेकिन इनको पहचाने हुनर आदमी को डेवल्प करना होता है। हमेशा निवेशक को कंपनियों के फंडामेंटल और आगे की ग्रोथ संभावनाएं के बारे में जानने की कोशिश करनी चाहिए।Money Making Idea: ये हैं 50 रुपए से सस्ते 5 शेयर, शॉर्ट टर्म में बड़े रिटर्न की उम्मीद
ऐसे 5 हजार रुपए का निवेश हुआ 3 लाख
मोदी सरकार के समय में मिडकैप और स्मॉलकैप कंपनियों के शेयरों ने जोरदार प्रदर्शन किया है। इस लिस्ट में यूनिप्लाई इंडस्ट्रीज का शेयर सबसे ऊपर है। इस शेयर ने पिछले 3 साल में 6307 फीसदी का रिटर्न दिया है। 16 मई 2014 को कंपनी के शेयर का बंद भाव 5.2 रुपए था। जो कि अब (शुक्रवार 26 मई) बढ़कर 321 रुपए हो गया यानी कि किसी निवेशक ने 5 हजार रुपए में 5.2 रुपए के भाव शेयर खरीदे होते तो अब उनका इन्वेस्टमेंट बढ़कर 3.2 लाख रुपए हो जाता। यह भी पढ़े: बढ़ते विदेशी निवेश के चलते निफ्टी छुएगा 10 हजार का स्तर, इस तेजी में ये शेयर कराएंगे कमाई
मोदी राज में विदेशी निवेशकों पर भारी पड़े घरेलू निवेशक
मई 2014 में मोदी की ऐतिहासिक जीत के बाद से सेंसेक्स 26 फीसदी चढ़ा है। इस साल अब तक फॉरेन इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (FIIs) ने 50,390 करोड़ रुपए का निवेश किया है। वहीं, पिछले तीन साल में उन्होंने भारतीय शेयर बाजार में 1.55 लाख करोड़ रुपए लगाए हैं। डोमेस्टिक इंस्टीट्यूशंस भी पिछले तीन साल में बाजार में 1.77 लाख करोड़ रुपए का निवेश कर चुके हैं। यह भी पढ़े #ModiGovernment3Saal: मोदी राज में निफ्टी छुएगा 10 हजार का स्तर, चुनिंदा शेयरों में बनेगा पैसा
निफ्टी छुएगा 10 हजार का स्तर
आनंद राठी फाइनेंशियल के चेयरमैन आनंद राठी ने एक बिजनेस चैनल को दिए इंटरव्यु में कहा कि तीन साल में मोदी सरकार ने अच्छा काम किया, इन तीन सालों में अच्छे निर्णय और बदलाव हुए हैं। आनंद राठी के मुताबिक जीएसटी लाने के लिए सरकार की तारीफ करनी चाहिए। जीएसटी गेमचेंजर है इससे आगे बहुत फायदा मिलेगा। उनका कहना है कि अगले 6-12 महीने में निफ्टी 10000 के स्तर को पार कर सकता है। हालांकि बाजार में उतार-चढ़ाव होना संभव है, कॉरपोरेट अर्निंग उतनी अच्छी नहीं है। बाजार में तेजी आने से पहले कंसोलिडेशन आता है। उन्होंने आगे कहा कि नोटबंदी का असर तीसरी और चौथी तिमाही के नतीजों पर देखने को मिलेगा। इस साल अर्निंग्स में 12-14 फीसदी बढ़ोतरी दिखेगी। वहीं अगले साल और बेहतर ग्रोथ आने की संभावना है।
जुलियस बायर में एशिया के रिसर्च हेड मार्क मैथ्यूज का कहना है कि दूसरे एशियाई मार्केट्स की तुलना में भारतीय बाजारों में ज्यादा तेजी आने की उम्मीद है। मुझे लगता है कि इस साल के अंत तक निफ्टी 10 हजार के लेवल तक भी जा सकता है। विदेशी ब्रोकरेज हाउस CLSA का मानना है कि फाइनेंशियल ईयर 2017-18 में भी घरेलू और विदेशी इन्वेस्टर्स का भारत पर भरोसा कायम रहेगा। इसीलिए आगे चलकर शेयर बाजार नई ऊंचाइयां छूता नजर आएगा। ऐसे में निफ्टी 10 हजार के पार पहुंच सकता है। यह भी पढ़े: #ModiGoverment3Saal: मोदी के कार्यकाल में निवेशक हुए मालामाल, ऐसे 5 हजार रुपए लगाकर कमाए 3 लाख
क्यों आएगी बाजार में तेजी
एंबिट के ग्रुप सीईओ अशोक वाधवा ने कहा, जीएसटी सहित टैक्स रिफॉर्म इस सरकार की बड़ी उपलब्धि होगी। काले धन पर सख्ती से टैक्स टु जीडीपी रेशो में सुधार होगा। इससे फिस्कल मैनेजमेंट में भी आगे चलकर आसानी होगी। यह भी पढ़े: #ModiGoverment3Saal: सोने से रूठी ‘लक्ष्मी’, जुलाई तक हो सकता है 1100 रुपए सस्ता