Highlights
- पेज इंडस्ट्रीज, इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन, कोल इंडिया, सतलुज जल विद्युत निगम ने दिये अच्छे डिविडेंड
- जानकारों की सलाह डिविडेंड की रकम की जगह डिविडेंड यील्ड पर रखें नजर
नई दिल्ली। अगर हाल में आए पेटीएम की लिस्टिंग को छोड़ दें तो साल 2021 में कमाई में सबसे आगे आईपीओ रहे हैं। हालांकि बाजार के जानकारों से पूछें तो इस साल आमतौर पर कम आकर्षक दिखने वाले डिविडेंड यानि लाभांश भी निवेशकों को कमाई कराने में आगे रहे हैं। जानकार मान रहे हैं कि साल 2021 बंपर आईपीओ के साथ साथ लिस्टेड कंपनियों के द्वारा दिये गये ऊंचे डिविडेंड के लिये भी याद किया जायेगा।
बाजार के जानकारों के मुताबिक तेजी से उठाये गये आर्थिक सुधार के साथ-साथ स्वस्थ मांग और बेहतर मार्जिन की वजह से ऑरम प्रॉपटेक, क्लैरिएंट केमिकल्स, भारत पेट्रोलियम, गुडइयर टायर एंड रबर कंपनी, पीएनबी गिल्ट्स इस साल भारी लाभांश देने में सक्षम रहे। कैपिटल वाया ग्लोबल रिसर्च के लीड ऑफ टेक्निकल रिसर्च विजय धनोटिया ने कहा, "इन कंपनियों की एक आम बात है कि उन्होंने लगातार अच्छा मुनाफा कमाया है और लगातार अच्छे नतीजे मिल रहे हैं और इसलिए उन्होंने अपने शेयरधारकों को अच्छे लाभांश का तोहफा दिया है।" साथ ही उन्होने कहा "एक और कारण कंपनियों में नकदी की अधिकता है। इन कंपनियों के भविष्य में भी अच्छा प्रदर्शन करने की उम्मीद है।" विशेष रूप से, पेज इंडस्ट्रीज, इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन, कोल इंडिया, सतलुज जल विद्युत निगम, पावर फाइनेंस कॉरपोरेशन और हिंदुस्तान पेट्रोलियम जैसी कंपनियां अपने निवेशकों को अच्छे लाभांश प्रदान कर रही हैं।
एचडीएफसी सिक्योरिटीज के वरिष्ठ डेरिवेटिव और तकनीकी विश्लेषक नंदीश शाह ने कहा, "निवेशक लाभांश भुगतान को कंपनी की मजबूती के रूप में देखते हैं और इससे संकेत जाता है कि प्रबंधन को भविष्य की कमाई के लिए सकारात्मक उम्मीदें हैं।" उन्होंने कहा, "दूसरी तरफ, लाभांश का भुगतान करने का प्रमुख नुकसान यह है कि निवेशकों को दी गई नकदी का उपयोग व्यवसाय को बढ़ाने के लिए नहीं किया जा सकता है।" स्वस्तिक इन्वेस्टमार्ट के शोध प्रमुख संतोष मीणा के अनुसार, "यह हमेशा अच्छा माना जाता है यदि कोई कंपनी नियमित रूप से लाभांश का भुगतान कर रही है तो इसका मतलब है कि वह अपने शेयरधारकों को लाभ साझा करके पुरस्कृत कर रही है। " हालांकि, आम तौर पर, परिपक्व अवस्था में अच्छी कंपनियां लाभांश के माध्यम से नियमित रूप से अपने मुनाफे को साझा करती हैं। वहीं बाजार के जानकार सलाह देते हैं कि निवेशकों को उच्च लाभांश के लिए किसी भी स्टॉक को चुनते समय राशि के बजाय यील्ड पर नजर रखनी चाहिए ।" डिविडेंड यील्ड एक ऐसा अनुपात है जो निवेशकों को यह समझने में मदद करता है कि कंपनी अपने शेयर की कीमत के मुकाबले हर साल कितना लाभांश देती है।