आईपीओ बाजार में नए प्लेयर की एंट्री जारी है। अब नए प्लेयर के तौर पर दक्षिण कोरियाई कंपनी की भारतीय यूनिट यानी एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स इंडिया लिमिटेड अपना आईपीओ लाने की तैयारी शुरू कर दी है। कंपनी ने शुक्रवार को आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) लाने के लिए पूंजी बाजार नियामक सेबी के पास शुरुआती डॉक्यूमेंट्स फाइल कर दिया है। पीटीआई की खबर के मुताबिक, ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (डीआरएचपी) के मुताबिक, प्रस्तावित आईपीओ पूरी तरह से प्रमोटर एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स इंक द्वारा 10.18 करोड़ इक्विटी शेयरों की बिक्री की पेशकश (ओएफएस) है, जिसमें कोई नया निर्गम कम्पोनेंट नहीं है।
कंपनी इतने इक्विटी शेयर बेचेगी
खबर के मुताबिक, ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस में कहा गया है कि एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स इंक 10 रुपये अंकित मूल्य के 10,18,15,859 इक्विटी शेयर बेचेगी। प्रस्ताव के बाद, कंपनी में इसकी शेयरधारिता 15 प्रतिशत घटकर 57.69 करोड़ शेयर रह जाएगी।
यहां यह भी बता दें कि चूंकि सार्वजनिक निर्गम पूरी तरह से ओएफएस है, इसलिए एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स इंडिया को आईपीओ से कोई इनकम हासिल नहीं होगी। एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स इंडिया ने कहा कि उसे उम्मीद है कि इक्विटी शेयरों की लिस्टिंग से इसकी दृश्यता और ब्रांड इमेज में और बढ़ोतरी होगी। साथ ही शेयरों के लिए लिक्विडिटी और पब्लिक मार्केट उपलब्ध होगा।
कौन हैं इस इश्यू के मर्चेंट बैंकर
एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स इंडिया होम अप्लायंसेस और कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स में अग्रणी खिलाड़ी है। कंपनी के प्रोडक्ट भारत और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर B2C और B2B दोनों ग्राहकों को बेचे जाते हैं। यह अपने सभी प्रोडक्ट्स के लिए सेट अप, मरम्मत और मेंटेनेंस सर्विस भी उपलब्ध करता है।
मॉर्गन स्टेनली इंडिया कंपनी, जेपी मॉर्गन इंडिया, एक्सिस कैपिटल, बोफा सिक्योरिटीज इंडिया और सिटीग्रुप ग्लोबल मार्केट्स इंडिया इस इश्यू के मर्चेंट बैंकर हैं। हुंडई मोटर्स इंडिया लिमिटेड के बाद एलजी इलेक्ट्रॉनिक भारत में सूचीबद्ध होने वाली दूसरी कोरियाई कंपनी होगी। एलजी इलेक्ट्रॉनिक इंडिया का ऑपरेशन से राजस्व 31 मार्च, 2024 को खत्म वित्तीय वर्ष के लिए 64,087.97 करोड़ रुपये था।