आजाद भारत के इतिहास में सबसे पहला बजट यादगार बजट है, पहला बजट पहले वित्त मंत्री शनमुखम शेट्टी ने पेश किया था। यह करीब 197.39 करोड़ रुपए का बजट था और इसका करीब 46 प्रतिशत हिस्सा रक्षा खर्च था।
बजट के इतिहास में सबसे ज्यादा बजट पेश करने वाले वित्त मंत्री मोरारजी देसाई ने 1968 में जो बजट पेश किया था उसे आम आदमी का बजट कहा जाता है। इस बजट में कई तरह कै टैक्स खत्म किए गए थे और टैक्स की व्यवस्था को सरल किया गया था।
अबतक देश में जितने भी बजट पेश हुए हैं उनमें अर्थव्यवस्था को सबसे ज्यादा मजबूत करने का श्रेय 1991 के बजट को दिया जाता है। उस समय वित्त मंत्री रहे और बाद में प्रधानमंत्री बने डॉ मनमोहन सिंह ने 1991 का बजट पेश किया था। 1991 के बजट वैश्विकरण के रास्ते खोले थे और इसके बाद देश की अर्थव्यवस्था में तेजी से ग्रोथ दर्ज की गई थी।
इन सबके अलावा 1997 के बजट को भी काफी यादगार बजट माना जाता है। उस समय वित्त मंत्री रहे पी चिदंबरम ने कालेधन को बाहर निकालने के लिए VDIS स्कीम शुरू की थी जिसके बाद बड़ी मात्रा में ब्लैक मनी बाहर आया था।
साल 2000 में उस समय के वित्त मंत्री यशवंत सिन्हां की तरफ से पेश किए गए बजट को भी यादगार बजट माना जाता है। 2000 में पेश हुए बजट की बदौलत ही भारत दुनिया में आईटी क्षेत्र में बड़ी ताकत बनकर उभरा है।
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