Highlights
- हैकर्स कॉल फॉरवर्डिंग का इस्तेमाल कर वॉट्सऐप हैक कर रहे हैं
- कॉल फॉरवर्डिंग स्कैम एक ऐसा स्कैम है जो लोगों के नजरों के सामने होता है
- यह स्कैमर्स बस स्टैंड मेट्रो स्टेशन या फिर कहीं भी हो सकते हैं
हैकर्स कॉल फॉरवर्डिंग का इस्तेमाल कर वॉट्सऐप हैक कर रहे हैं। इस स्कैम के जरिए बैंक अकाउंट भी खाली हो सकता है। समय रहते कर ले बचाव नहीं तो लग सकता है हजारों रुपए का चूना।
Call forwarding स्कैम क्या होता है
कॉल फॉरवर्डिंग स्कैम एक ऐसा स्कैम है जो लोगों के नजरों के सामने होता है, लेकिन इसे समझ नहीं पाते। स्कैम करने का यह एक बहुत ही सरल तरीका है। यह स्कैमर्स बस स्टैंड मेट्रो स्टेशन या फिर कहीं भी हो सकते हैं। बहुत ही प्यार से यह लोग अपनी मजबूरी बताते हुए एक कॉल करने के लिए फोन मांगते हैं। स्मार्टफोन देने के बाद स्कैमर्स एक नंबर पर कॉल कर बात करते हैं। इसके बाद समय रहते बहुत ही जल्दी फोन की सेटिंग में जाकर कॉल फॉरवर्डिंग में अपना नंबर डाल देते हैं।
ऐसे करें बचाव
कॉल फॉरवर्ड होने की वजह से नंबर बिजी होने पर जो लोग आपके पास कॉल करते हैं। वह कॉल स्कैमर्स के पास पहुंच जाती है। वे लोग इसी का फायदा उठाते हैं। इसके बाद भी लोग कॉलिंग के जरिए अपने नंबर पर ओटीपी भी ले सकते हैं। कॉल फॉरवर्डिंग स्कैम से बचने का सबसे मुख्य तरीका यह है कि कोई भी अगर मजबूरी दिखाते हुए कॉल करने के लिए फोन मांगे तो उन्हें फोन ना दें। अगर मदद करना चाहते हो तो खुद से उस नंबर को डायल कर लाउड स्पीकर पर पर बात करवाएं। समय-समय पर सेटिंग में जाकर कॉल फॉरवर्डिंग की जांच करते रहें।
ऐसे वॉट्सऐप अकाउंट हो सकता है हैक
कॉल फॉरवर्डिंग के जरिए वॉट्सऐप भी हैक हो सकता है। स्कैमर्स वॉट्सऐप लॉगिन करने के लिए आपका नंबर डालकर ओटीपी में s.m.s. की जगह कॉल का चयन करते हैं। इस तरह उन लोगों के पास ओटीपी चली जाती है। कुछ ऐसे भी स्कैमर हैं जो कॉल करने के बाद **67* या *405* डायल करने के लिए कह सकते हैं। इस कोड को डालने के बाद वॉट्सऐप लॉग आउट हो जाता है। दरअसल यह कोड भी एक कॉल फॉरवर्डिंग कर तरीका है। लॉग आउट होने के बाद वे लोग ओटीपी अपने नंबर पर ले लेते हैं।