पेन ड्राइव निकालने से पहले डेस्कटॉप पर राइट साइड नीचे की तरफ पेन ड्राइव इजेक्ट करने का ऑप्शन दिखाई देता है। उसपर क्लिक करने के बाद ही लैपटॉप से पेन ड्राइव निकालें। डाटा ट्रांसफर करने के लिए लैपटॉप और कंप्यूटर में पेन ड्राइव का इस्तेमाल करते हैं। जब हम पेन ड्राइव लगाते हैं तो इसमें सेफ्टी रिमूव डिवाइस नाम का आइकन बना होता है जो अधिकतर लोगों से नजरअंदाज हो जाता है। हालांकि बिना सेफ्टी रिमूव डिवाइस को ऑफ किए जल्दबाजी में आप सीधे लैपटॉप से पेन ड्राइव निकाल लेते हैं तो इसका असर आपके डिवाइस पर पड़ता है। पेन ड्राइव खराब हो सकता है। तो चलिए आपको बताते हैं कि पेन ड्राइव को लैपटॉप से कैसे निकालते हैं, अगर पेन ड्राइव को बिना इजेक्ट किए निकाल लेते हैं तो इससे क्या नुकसान हो सकता है।
लैपटॉप से पेन ड्राइव कैसे निकाले?
जैसे ही आप पेन ड्राइव को लैपटॉप में लगाते हैं तो Safety Remove Device या फिर Eject Device का ऑप्शन डेस्कटॉप पर राइट साइड में नीचे दिखाई देता है। जैसे ही आप उस ऑप्शन पर क्लिक करते हैं तो पेन ड्राइव इजेक्ट करने के लिए वो परमिशन देता है। इसके बाद आप आसानी से पेन ड्राइव बाहर निकाल सकते हैं।
अगर आप पेन ड्राइव को इजेक्ट न करें तो क्या होगा?
पेन ड्राइव से डाटा ट्रांसफर करने के बाद पेन ड्राइव और लैपटॉप के बीच बैकग्राउंड में प्रोसेस चलती रहती है। अगर पेन ड्राइव को डायरेक्ट निकाल लेते हैं तो प्रोसेस अचानक से रुक जाती है। इस वजह से पेन ड्राइव करप्ट होने का खतरा होता है। आपका डाटा पूरी तरह से खराब हो सकता है। कई बार लैपटॉप सीधे तरीके से फाइल ट्रांसफर करने की बजाय ‘राइट कैशे’ प्रोसेस का उपयोग पर करती है। ‘राइट कैशे’ एक लोकल मेमोरी है जिसकी मदद से लैपटॉप तुरंत कॉपी कर लेता है और ऐसे में अगर आप बिना इजेक्ट किए पेन ड्राइवर निकाल लेते हैं तो फाइल करप्ट हो सकती है।
Windows 10 में पेन ड्राइव कैसे निकाले?
विंडोज 10 में पेन ड्राइव को बाहर निकालने के लिए आपको इजेक्ट करने की जरूरत नहीं है। अब विंडोज के नए ऑपरेटिंग सिस्टम में इस फीचर को हटा दिया गया है। इस जगह पर क्विक रिमूवर नाम का फीचर दिया गया है। इस फीचर की मदद से आप कभी भी यूएसबी फ्लैश ड्राइव निकाल कर सकते हैं लेकिन इस बात का ध्यान रखें कि जिस समय डाटा ट्रांसफर कर रहे हैं उस समय पेन ड्राइव को न निकाले। प्रक्रिया पूरी होने का इंतजार करें।