Highlights
- एप्स सिर्फ फोन में मालवेयर और वायरस भेजने के लिए भी यूज में आती हैं
- ये एप्स आपके मोबाइल के जरिए बैंक खाते पर भी डाका डालते हैं
- जरूरी है कि आप तुरंत ऐसे एप्स को अपने फोन से डिलीट कर दें
Malware Apps : स्मार्टफोन ने वाकई हमारी जिंदगी काफी स्मार्ट बना दी है। आज हम अपना वह हर जरूरी काम स्मार्टफोन से निपटा सकते हैं जिसके लिए हमें भारी भरकम डेस्कटॉप या लैपटॉप की जरूरत होती थी। आपके फोन में मौजूद एप्स आपके कई काम आसान बना देती हैं। लेकिन हमेशा सुविधाएं आपके लिए मुश्किलें भी लेकर आती है। ये एप्स मोबाइल फोन में मालवेयर और वायरस भी लाती है।
कई बार ये एप्स सिर्फ फोन में मालवेयर और वायरस भेजने के लिए भी यूज में आती हैं। आप अक्सर किसी जरूरत की एप को फोन में डाउनलोड करते हैं और वह आपके फोन का डेटा चुराकर मुश्किल में डाल देती है। कई बार ये एप्स आपके मोबाइल के जरिए बैंक खाते पर भी डाका डालते हैं और आपको कंगाल कर जाते हैं।
इन एप्स से सावधान
- Call Recorder APK, Rooster VPN
- Super Cleaner- hyper & smart
- Document Scanner – PDF Creator
- Universal Saver Pro
- Eagle photo editor
- Call recorder pro+
- Extra Cleaner
- Crypto Utils
- FixCleaner
- Universal Saver Pro
- Lucky Cleaner
- Just In: Video Motion
- Document Scanner PRO
- Conquer Darkness
- Simpli Cleaner
- Unicc QR Scanner
क्या-क्या कर सकते हैं ये मालवेयर
ट्रेंड माइक्रो की नई सिक्योरिटी रिसर्च में मालवेयर से जुड़ी कई जानकारियां सामने आई हैं। जो बताती हैं कि ये फर्जी एप्स आपको किस तरह और कितना नुकसान पहुंचा सकती हैं।
- मालवेयर से लैस ड्रॉपर ऐप्स का काम बैंकिंग जानकारी, पिन, पासवर्ड आदि समेत आपके डाटा चुराना होता है।
- ये ऐप्स आपके मोबाइल फोन पर आ रहे बैंक के मैसेज को भी ट्रैक करते हैं।
- ये ऐप्स मैलवेयर ले जाने के लिए गूगल प्ले स्टोर की सिक्योरिटी को भी धता बताते हैं आपके फोन पर इंस्टॉल करने पर ये एप्स आपके जरूरी डाटा को चुरा सकते हैं।
- गूगल ने उन्हें प्ले स्टोर से हटाया हो, ये एप्लिकेशन अभी भी आपके एंड्रॉयड फोन पर हो सकते हैं
- जरूरी है कि आप तुरंत ऐसे एप्स को अपने फोन से डिलीट कर दें
हूबहू दिखने वाले एप्स से भी सावधान
बहुत से फर्जी एप्स प्रचलित एप्स की कॉपी की तरह दिखते हैं। एप का आइकॉन, लोगो, डिजाइन या टाइटल बिल्कुल हूबहू प्रचलित एप जैसा ही होता है। लोग इन क्लोन एप्स को डाउनलोड करते हैं और नुकसान उठाते हैं। इनमें कई वीपीएन एप्स भी शामिल हैं। गूगल के अनुसार इन एप्स को 31 अगस्त से बैन कर दिया जाएगा।