AI Chatbot Elon Musk: चैटजीपीटी एक ऐसा आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) जो काफी एडवांस है, जिसको लेकर दुनियाभर में लोग परेशान नजर आ रहे हैं। कई बड़ी कंपनियों के मालिक तक ने इसपर सवाल खड़ा किए हैं। अब अरबपति एलन मस्क ने यह कहते हुए चेतावनी दी है कि सभ्यता के भविष्य के लिए एआई सबसे बड़ा जोखिम है। एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, मस्क अमेरिकी फर्म ओपनएआई के सह-संस्थापकों में से एक थे, जिसने लोकप्रिय जेनेरेटिव एआई चैटबॉट चैटजीपीटी(ChatGPT) विकसित किया था। अगर मस्क के नेतृ्त्व में ही चैट जीपीटी जैसे एआई का विकास हुआ है तो अब मस्क उसकी बुराई क्यों कर रहे हैं? अगर इसका विकास गलत था तो उन्होंने इस प्रोजेक्ट में पैसा क्यों लगाया? ऐसे कई सवाल हैं जो मस्क से चैट जीपीटी को लेकर पूछे जाने चाहिए। टेक्नोलॉजी को ए़डवांस करने के चक्कर में क्या एक व्यक्ति होने के नाते ये भूल जाना वाजिब है कि उससे मानव के भविष्य पर क्या नुकसान पड़ने वाला है? एलन मस्क दुनिया के दूसरे सबसे अमीर अरबपति हैं। हाल ही में उन्होंने ट्विटर को खरीदा था, तब से लेकर वो रोज सुर्खियों में रहते हैं।
समाज के लिए एक बड़ा जोखिम
मस्क से दुबई में वल्र्ड गवर्नमेंट समिट में जब पूछा गया कि वह अब से 10 साल बाद टेक्नोलॉजी को कैसे विकसित होते हुए देखते हैं? इसपर जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि यह सकारात्मक या नकारात्मक दोनों है, इसमें अच्छा वादा, महान क्षमता है, लेकिन इसके साथ बड़ा खतरा भी आता है। चैटजीपीटी एआई का एक एडवांस वर्जन है जो जीपीटी-3 बड़े भाषा मॉडल द्वारा संचालित है। इसे मानव भाषा को पहचानने और भारी मात्रा में डेटा के आधार पर प्रतिक्रिया उत्पन्न करने के लिए प्रोग्राम किया गया है। इसके अलावा, मस्क ने कहा कि चैटजीपीटी ने लोगों को दिखाया है कि एआई कितना एडवांस हो गया है। इसमें ऐसा यूजर इंटरफेस नहीं था जो ज्यादातर लोगों के लिए सुलभ हो। कारों, विमानों और चिकित्सा के विपरीत, एआई के पास रिपोर्ट के अनुसार, इसके विकास को नियंत्रण में रखने के लिए कोई नियम नहीं हैं। मस्क ने कहा, मुझे लगता है कि हमें स्पष्ट रूप से एआई सुरक्षा को विनियमित करने की आवश्यकता है। मुझे लगता है कि यह वास्तव में कारों या विमानों या दवाओं की तुलना में समाज के लिए एक बड़ा जोखिम है।
मस्क ने एआई के साथ जुड़ने के सवाल पर दिए जवाब
मस्क ने 2018 में ओपनएआई के निदेशक मंडल से पद छोड़ दिया और अब कंपनी में उनकी कोई हिस्सेदारी नहीं है। उन्होंने कहा कि शुरूआत में इसे ओपन-सोर्स गैर-लाभकारी संस्था के रूप में बनाया गया था। अब यह बंद-स्रोत और लाभ के लिए है। ओपनएआई में मेरी कोई खुली हिस्सेदारी नहीं है, न ही मैं बोर्ड में हूं, न ही मैं इसे किसी भी तरह से नियंत्रित करता हूं। ओपनएआई बनाने के अपने फैसले के हिस्से के रूप में मस्क ने कहा कि गूगल एआई सुरक्षा पर पर्याप्त ध्यान नहीं दे रहा है। मस्क के मुताबिक वह एआई के साथ तब थे जब उसका उद्देश्य समाज का विकास करना था, लेकिन आज वह बिजनेस बनकर रह गया है।