मोबाइल फोन की दुनिया में भारत एक उभरता सितारा बन कर सामने आया था। दुनिया भर की कंपनियां भारत में मोबाइल बेचने के लिए फैक्ट्रियां डाल रही हैं। लेकिन मोबाइल की बिक्री से जुड़ी रिपोर्ट ने सभी को परेशानी में डाल दिया है। भारत में स्मार्टफोन की बिक्री 2022 की चौथी तिमाही (अक्टूबर-दिसंबर) में 27 प्रतिशत गिरकर 2.96 करोड़ इकाई रह गई, जो पिछले वर्ष की समान तिमाही में 4.06 करोड़ इकाई रही थी।
बाजार शोध कंपनी आईडीसी ने शुक्रवार को एक रिपोर्ट में बताया कि यह गिरावट मुख्य रूप से मुद्रास्फीतिक दबाव की वजह से आई है। रिपोर्ट के अनुसार, आपूर्ति व्यवस्था में सुधार के बावजूद उच्च मुद्रास्फीति के कारण कम होती उपभोक्ता मांग साल भर चुनौती रही। रिपोर्ट में बताया गया कि 2022 में लगभग 25,000 रुपये (300 डॉलर) श्रेणी के स्मार्टफोन की बिक्री 15 प्रतिशत तक गिर गई जबकि 300-500 डॉलर के बीच और 500 डॉलर (41,000 रुपये) से ज्यादा कीमत वाले स्मार्टफोन की बिक्री क्रमश: 20 और 55 प्रतिशत बढ़ गई।
एंट्री लेवल के स्मार्टफोन (12,500 रुपये से कम कीमत) की कुल मोबाइल बाजार में हिस्सेदारी 2021 के 54 प्रतिशत से घटकर 2022 में 46 प्रतिशत रह गई। आईडीसी इंडिया की ग्राहक उपकरण की शोध प्रबंधक उपासना जोशी ने कहा कि 150 डॉलर (12,000 रुपये) श्रेणी में नए मोबाइल उपकरणों की कमी ने इस श्रेणी में वृद्धि को रोक दिया है।
आईडीसी के उपकरण शोध के एसोसिएट उपाध्यक्ष नवकेंद्र सिंह के अनुसार, बढ़ती कीमतें और भंडार की वजह से चालू साल की पहली छमाही में समस्या बनी रहेगी। साल 2022 में कुल 20.1 करोड़ मोबाइल फोन बेचे गए, जो 12 प्रतिशत की वार्षिक गिरावट है। तिमाही और सालाना आधार पर क्रमश: 18.6 प्रतिशत और 38.3 प्रतिशत की बाजार हिस्सेदारी के साथ शाओमी शीर्ष पर रही। हालांकि, कंपनी की दिसंबर, 2022 की तिमाही में कंपनी की बिक्री 38.3 प्रतिशत और सालाना आधार पर 25 प्रतिशत घटी।