Planning for 6G Network: सोशल मीडिया के इस दौर में तेज इंटरनेट की जरूरत कई बार एक टाइम खाने से भी अधिक पड़ जाती है। ऑफिस के काम से लेकर वीडियो कॉलिंग या फिर सोशल मीडिया चलाना हो। हर काम के लिए इंटरनेट की जरूरत पड़ती है। भारत सरकार ने हाल ही में 5G लॉन्च की है। तेजी से इस टेक्नोलॉजी को भारत के चारो-तरफ फैलाया जा रहा है। इसी बीच दक्षिण कोरिया 6G लॉन्च करने की प्लानिंग कर रहा है। आईसीटी मंत्रालय ने सोमवार को कहा कि दक्षिण कोरिया ने 2028 में छठी पीढ़ी की नेटवर्क सेवा शुरू करने की योजना बनाई है, जो कि उसके मूल कार्यक्रम से दो साल पहले होगी। विज्ञान और आईसीटी मंत्रालय के अनुसार, दक्षिण कोरियाई सरकार के-नेटवर्क 2030 योजना के तहत विश्वस्तरीय 6जी तकनीकों को सुरक्षित करके, सॉफ्टवेयर-आधारित नेक्स्ट जेनेरेशन के मोबाइल नेटवर्क में इनोवेशन करके और नेटवर्क सप्लाई चेन को मजबूत करके 6जी नेटवर्क की बिजनेस सेवा के लॉन्च को दो साल आगे बढ़ाएगी। एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, सरकार स्थानीय कंपनियों को देश में 6जी टेक्नोलॉजी के लिए सामग्री, पुर्जे और उपकरण बनाने के लिए प्रोत्साहित करेगी और एक ओपन आरएएन या ओपन रेडियो एक्सेस नेटवर्क विकसित करेगी, जो किसी भी मोबाइल डिवाइस के अनुकूल हो और मोबाइल कैरियर और उद्यमों को सक्षम बनाता हो।
6G टेक्नोलॉजी की रेस में होगा आगे
मंत्रालय ने कहा कि इस योजना के लिए 625.3 अरब वॉन (481.7 मिलियन डॉलर) की जरूरत पड़ेगी, जिसके लिए मूल 6जी टेक्नोलॉजी पर रिसर्च और विकास परियोजना के लिए स्टडी की जा रही है। इस योजना का उद्देश्य वायरलेस संचार में उच्च गति और कम विलंबता की बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए 5जी नेटवर्क की दौड़ के बाद भविष्य के नेटवर्क बुनियादी ढांचे के लिए वैश्विक प्रतिस्पर्धा में अग्रणी स्थिति बनाए रखने में मदद करना है। जर्मन विश्लेषण फर्म आईप्लाटिक्स के अनुसार, दक्षिण कोरिया ने बड़ी संख्या में 5जी पेटेंट के साथ 5जी विकास का नेतृत्व किया है, जबकि पिछले 4जी टेक्नोलॉजी विकास में ज्यादातर अमेरिकी और यूरोपीय कंपनियों का वर्चस्व था। एशिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था ने पिछले साल 5जी पेटेंट की संख्या का 25.9 प्रतिशत हिस्सा लिया जो चीन के 26.8 प्रतिशत के करीब है। दक्षिण कोरियाई सरकार ने कहा कि वह आगामी 6जी नेटवर्क पेटेंट प्रतियोगिता में इस आंकड़े को 30 प्रतिशत या उससे अधिक तक बढ़ाएगी।
भारत में भी बढ़ रही इंटरनेट की स्पीड
रिलायंस जियो और एयरटेल की बदौलत 5जी रिलीज स्पीड पकड़ रहा है। भारत ने जनवरी के महीने में वैश्विक स्तर पर औसत मोबाइल स्पीड में 10 स्थानों की छलांग लगाई, जिसके बाद यह दिसंबर में 79वें स्थान से 69वें स्थान पर पहुंच गया। सोमवार को एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है। नेटवर्क इंटेलीजेंस और कनेक्टिविटी इनसाइट्स प्रदाता ऊकला के अनुसार, देश ने समग्र औसत फिक्स्ड ब्रॉडबैंड स्पीड के लिए विश्व स्तर पर रैंक में दो स्थान (दिसंबर में 81वें से जनवरी में 79वें स्थान पर) की वृद्धि की है। भारत में ओवरऑल फिक्स्ड मीडियन डाउनलोड स्पीड दिसंबर में 49.14 एमबीपीएस से जनवरी में 50.02 एमबीपीएस तक मामूली वृद्धि देखी गई। नवंबर में, भारत औसत मोबाइल स्पीड में विश्व स्तर पर 105वें स्थान पर रहा।