Chinese Companies: भारत सरकार की बढ़ती कार्रवाई को देखते हुए चीनीं कंपनियों ने नया फैसला लिया है। अब वह अपने नए मैन्युफैक्चरिंग प्लांट (Manufacturing Plant) को भारत से बाहर लगाने जा रही है। ग्लोबल टाइम्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, चीनी कंपनियों (Chinese Companies) पर भारत की बढ़ती कार्रवाई के बीच चीन स्थित स्मार्टफोन ब्रांड अब मिस्र, इंडोनेशिया, बांग्लादेश और नाइजीरिया जैसे देशों में मैन्युफैक्चरिंग प्लांट स्थापित करने की योजना बना रहे हैं।
20 मिलियन डॉलर का मोबाइल फोन प्लांट
भारत में स्थित एक चीनी कार्यकारी का हवाला देते हुए रिपोर्ट में दावा किया गया है कि कंपनियां कहीं और मैन्युफैक्चरिंग प्लांट स्थापित करने के लिए द्विपक्षीय संबंधों, बाजार क्षमता, नीतियों और श्रम लागत का मूल्यांकन करेंगी। बता दें, Oppo मिस्र में 20 मिलियन डॉलर का मोबाइल फोन प्लांट लगाने जा रही है।
चीनी कार्यकारी ने ग्लोबल टाइम्स को बताया, "दो करोड़ डॉलर की स्मार्टफोन सुविधा स्थापित करने के लिए मिस्र सरकार के साथ ओप्पो का समझौता ज्ञापन एक गतिरोधक हो सकता है।"
900 रोजगार के अवसर
इस सप्ताह मिस्र की मंत्रिपरिषद के एक बयान के अनुसार, ओप्पो प्लांट की उत्पादन क्षमता सालाना 4.5 मिलियन यूनिट तक पहुंचने की है। निवेश अगले तीन से पांच वर्षों में होगा, जो 900 रोजगार के अवसर पैदा करने में योगदान देगा।
भारत ने पिछले कुछ वर्षों में चीनी कंपनियों पर अपनी कार्रवाई तेज कर दी है। भारत सरकार तीन चीनी मोबाइल कंपनियों ओप्पो, वीवो इंडिया और श्याओमी द्वारा कथित कर चोरी के मामलों की जांच कर रही है।
300 से अधिक चीनी ऐप्स पर भारत ने लगाया था बैन
राजस्व खुफिया निदेशालय (DRI) ने कंपनियों को शुल्क चोरी के लिए नोटिस जारी किया था। कुछ दिन पहले भारत ने टेंसेट के वीचैट और बाइडडांस के टिकटॉक सहित 300 से अधिक चीनी ऐप्स पर भी प्रतिबंध लगा दिया था।
आईफोन उत्पादन क्षमता को 500 प्रतिशत तक बढ़ाने पर फोकस
देश अब अपने घरेलू स्मार्टफोन और चिप निर्माण क्षेत्र को मजबूत कर रहा है। सेमीकंडक्टर निर्माण के क्षेत्र में आत्मनिर्भरता हासिल करने के लिए 1.54 लाख करोड़ रुपये के निवेश का लक्ष्य रखते हुए गुजरात सरकार ने वेदांता और फॉक्सकॉन के साथ साझेदारी की है। टाटा समूह कथित तौर पर देश में आईफोन उत्पादन क्षमता को 500 प्रतिशत तक बढ़ाने के लिए ताइवान स्थित विस्ट्रॉन के साथ बातचीत कर रहा है।