चीन की जीरो कोविड पॉलिसी के चलते वहां की सरकार के खिलाफ लोग सड़कों पर उतर आए हैं। चीन के इस हालिया विरोध की चिंगारी यहां के झेेंग्झौ स्थित आईफोन बनाने वाली फॉक्सकॉन फैक्ट्री से निकली। लेकिन अब कोरोना का यही घाव एप्पल के लिए बड़ा नासूर बनता दिख रहा है।
ताजा खबर के अनुसार एप्पल प्लांट में इस तालाबंदी का असर iPhone Pro पर पड़ सकता है। एक रिपोर्ट के अनुसार नए साल पर iPhone Pro के उत्पादन में 60 लाख यूनिट की कमी आ सकती है। यह खबर इतनी खराब थी कि सोमवार 28 नवंबर 2022 को Apple के शेयरों में भारी गिरावट देखने को मिली।
चीन के शहर झेंग्झौ में Apple iPhone की दुनिया की सबसे बड़ी फैक्ट्री स्थित है। इस शहर को जीरो कोविड पॉलिसी के तहत पूरी तरह से बंद कर दिया गया है। जिसके चलते iPhone की फैक्ट्री पर भी असर पड़ा है। हाल ही में इस प्लांट में कर्मचारियों ने वेतन को लेकर भी हंगामा किया था। वहीं यहां से चीनी सरकार विरोधी आंदोलनों की भी खबर आ रही है।
अमेरिकी बहुराष्ट्रीय निवेश प्रबंधन और वित्तीय सेवा कंपनी मॉर्गन स्टेनली की रिपोर्ट के अनुसार iPhone प्रो मॉडल इस साल क्रिसमस की छुट्टियों के दौरान शायद उपलब्ध न हो। इसके उत्पादन में 60 लाख यूनिट की कमी आने की संभावना है। वहीं वेसबश के विश्लेषकों ने शोध में कहा है कि उन्होंने भी उत्पादन घटने का अनुमान लगाया है जिससे साल की आखिरी तिमाही में बिकने वाले आईफोन की संख्या में 5% से 10% तक की कमी आ सकती है।
एप्पल स्टोर्स पर 40 प्रतिशत तक की कमी
रिपोर्ट के अनुसार यूरोप और अमेरिका के कई ऐप्पल स्टोर्स में iPhone 14 प्रो की 35% -40% तक की सामान्य इन्वेंट्री की कमी देखने को मिल रही है। वहीं अमेजन जैसी वेबसाइट पर जनवरी के बाद की डिलीवरी की जानकारी मिल रही है। जब Apple से इस खबर के बारे में पूछा गया, तो टेक दिग्गज ने चिंता का जवाब नहीं दिया। कल दोपहर के कारोबार में Apple के शेयर $4.34 या 2.9% गिरकर $143.78 पर आ गए।
उत्पादन की समस्या क्यों?
चीन में बढ़ते COVID-19 मामलों के बारे में खबरें तेजी से बाहर आ रही हैं। जिसने चीन में iPhones को असेंबल करने वाली निर्माता फॉक्सकॉन के काम को धीमा कर दिया है। इसके अलावा, चीन के निवासियों ने कथित तौर पर देश की "शून्य-कोविड" नीति के कारण आवासीय और व्यवसायों को बंद करने का विरोध किया है। झेंग्झौ में कंपनी के कारखाने में वेतन को लेकर पिछले हफ्ते एक विवाद उजागर हुआ था, जहां कर्मचारी ने विरोध किया और आगे चलकर एक पुलिस प्रदर्शन हुआ और कुछ प्रदर्शनकारियों को कथित तौर पर पीटा भी गया।
एप्पल क्या कर सकता है?
वेसबश के अनुसार, एप्पल को अभी भी आने वाले हफ्तों में उत्पादन बढ़ाने पर काम करने की उम्मीद है। विश्लेषकों ने कहा है, "अब देखना होगा कि अगले सप्ताह तक Apple कैसे अपने आईफोन के उत्पादन को रफ्तार देता है। दुनिया के अन्य देशों में भी जहां आईफोन की निर्माण इकाइयां हैं वहां उत्पादन बढ़ाने के लिए कहा जा रहा है।