दुनिया के दूसरे सबसे अमीर शख्स गौतम अडाणी ने अपने सीमेंट कारोबार की कमान अपने पुत्र करण अडाणी को सौंपी है। अडाणी समूह अंबुजा सीमेंट्स और एसीसी लि. को खरीद कर अल्ट्राटेक के बाद देश की दूसरी सबसे बड़ी सीमेंट निर्माता कंपनी बन गई है। अडाणी समूह का कारोबार बंदरगाह और ऊर्जा से लेकर हवाईअड्डा तथा दूरसंचार तक फैला है और अब इसमें सीमेंट भी जुड़ गया है।
अंबुजा और एसीसी के बोर्ड ने दिया इस्तीफा
समूह ने शुक्रवार को एक बयान में 6.5 अरब डॉलर में अंबुजा सीमेंट्स और एसीसी के अधिग्रहण की घोषणा की। सौदे में होल्सिम की अंबुजा और एसीसी में हिस्सेदारी के अधिग्रहण के साथ शेयरधारकों के लिये खुली पेशकश शामिल है। अडाणी द्वारा अधिग्रहण के तुंरत बाद दोनों सीमेंट कंपनियों ने मुख्य कार्यपालक अधिकारियों (सीईओ) और मुख्य वित्त अधिकारियों (सीएफओ) समेत इन कंपनियों के निदेशक मंडल ने इस्तीफे की घोषणा की है।
करण के हाथों में कमान
समूह ने अपने संस्थापक चेयरमैन गौतम अडाणी को अंबुजा सीमेंट्स का प्रमुख नामित किया है। उनके पुत्र करण सीमेंट कारोबार की जिम्मेदारी संभालेंगे। फिलहाल वह समूह के बंदरगाह कारोबार को देखेंगे। उन्हें दोनों कंपनियों में बतौर निदेशक और एसीसी लि. में चेयरमैन पद के लिये नामित किया गया है।
जानिए कौन हैं करण अदाणी
पैंतीस साल के करण ने अमेरिका के पुड्रर्यू विश्वविद्यालय से अर्थशास्त्र में स्नातक की डिग्री हासिल की है। वह फिलहाल अडाणी पोर्ट्स और एसईजेड लिमिटेड की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं। दुनिया के तीसरे सबसे अमीर व्यक्ति 60 वर्षीय गौतम अडाणी के दो बेटे करण और जीत हैं। छोटे पुत्र जीत ने पेन्सिलवेनिया विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग एंड एप्लॉयड साइंसेज से स्नातक की डिग्री ली है। वह समूह में वित्त मामलों के उपाध्यक्ष हैं।
कंपनी के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स की घोषणा
अडाणी समूह ने दोनों कंपनियों के निदेशक मंडल में स्वतंत्र निदेशकों को भी नामित कर दिया है। इनमें अंबुजा सीमेंट्स बोर्ड में भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) के पूर्व चेयरमैन रजनीश कुमार और एसीसी बोर्ड में शेल इंडिया के पूर्व प्रमुख नितिन शुक्ला शामिल हैं। समूह ने नीरज अखौरी के स्थान पर अजय कुमार को अंबुजा सीमेंट्स का सीईओ बनाया है। श्रीधर बालकृष्णन एसीसी के सीईओ होंगे।
अंबुजा सीमेंट में 20000 करोड़ का निवेश करेगी कंपनी
अंबुजा सीमेंट्स के नये निदेशक मंडल ने तरजीही आधार पर वॉरंट आवंटन के जरिये कंपनी को गति देने के लिये 20,000 करोड़ रुपये की पूंजी डाले जाने को मंजूरी दी है। यह अडाणी का सबसे बड़ा अधिग्रहण है। साथ ही यह देश के बुनियादी ढांचा और सामाग्री खंड में अबतक का सबसे बड़ा विलय एवं अधिग्रहण सौदा है। बयान के अनुसार, अडाणी परिवार ने अपने विशेष उद्देश्यीय इकाई एंडेवर ट्रेड एंड इन्वेस्टमेंट लि. के जरिये स्विस कंपनी होल्सिम के साथ सौदा और खुली पेशकश प्रक्रिया पूरी करने के साथ अधिग्रहण पूरा कर लिया है।
अब क्या है हिस्सेदारी का पैटर्न
इस सौदे के पूरा होने के बाद अडाणी की अंबुजा सीमेंट्स में 63.15 प्रतिशत और एसीसी में 56.69 प्रतिशत हिस्सेदारी (अंबुजा सीमेंट्स के जरिये 50.05 प्रतिशत हिस्सेदारी) होगी। अंबुजा सीमेंट्स और एसीसी लि. का बाजार पूंजीकरण अभी 19 अरब डॉलर है। बयान के अनुसार, ‘‘सौदे के वित्तपोषण के तहत 4.50 अरब डॉलर का कर्ज 14 अंतरराष्ट्रीय बैंकों से लिया गया हैं। इसमें बार्कलेज बैंक और डॉयचे बैंक एजी शामिल हैं।