अगर आप जोमैटो या किसी और फूड डिलीवरी ऐप से खाने—पीने का सामान मंगाते हैं तो पूरे पैसे का भुगतान करना होता है। अब अगर आपको जोमैटो का ही डिलीवरी बॉय कहे कि मैं आपको '1000 का खाना केवल 200 रुपये में' दूंगा तो जरूर आप चौक जरूर जाएंगे। हो सकता है कि आप सोचे की पैसे बचाने के लिए एक बार अजमा कर देखने में क्या हर्ज है। ऐसा ही वाकया एक कारोबारी के साथ हुआ है। उन्होंने इसकी शिकायत लिंक्डइन पोस्ट के जरिये की है। उद्यमी विनय सती ने पोस्ट किया कि एक जोमैटो डिलीवरी एजेंट ने सुझाव दिया कि अगली बार से उसे 200 रुपये या 300 रुपये का भुगतान करें और 1,000 रुपये के भोजन का आनंद लें। सती ने पोस्ट में एजेंट के हवाले से कहा, "आप बस मुझे 200 रुपये, 300 रुपये दे देना या 1000 रुपये के खाने के लिए लेना।"
इस तरह पैसे बचाने के ट्रिक सुझाए
डिलीवरी बॉय ने कथित तौर पर मुझसे कहा, "मैं जोमैटो को दिखा दूंगा कि तुमने खाना नहीं लिया है, बल्कि जो खाना तुमने ऑर्डर किया है वह तुम्हें भी दूंगा।" सती ने पोस्ट किया, "जोमैटो के साथ जो घोटाला हो रहा है, उसे सुनकर मेरे रोंगटे खड़े हो गए।" उसने जोमैटो से कुछ बर्गर किंग बर्गर मंगवाए और ऑनलाइन भुगतान किया। उद्यमी ने कहा, "और जैसे ही 30-40 मिनट के बाद डिलीवरी बॉय आया, उसने मुझसे कहा कि सर, अगली बार ऑनलाइन भुगतान न करें।" "उन्होंने कहा कि अगली बार जब आप सीओडी (कैश ऑन डिलीवरी) के माध्यम से 700-800 रुपये का खाना ऑर्डर करेंगे तो आपको उसके लिए केवल 200 रुपये का भुगतान करना होगा।"
कंपनी के सीईओ ने कहा, धोखाधड़ी से अवगत
सती ने कहा : "दीपेंद्र गोयल जी, अब यह मत कहिए कि आपको पता भी नहीं है कि यह हो रहा है?" गोयल ने जवाब दिया: "इससे अवगत हैं और खामियों को दूर करने के लिए काम कर रहे हैं।" कंपनी के संस्थापक और सीईओ दीपिंदर गोयल ने कहा, "वह इस धोखाधड़ी के बारे में जानता है और खामियों को दूर करने के लिए काम कर रहा है।"