नई दिल्ली। भारत में अनलिमिटेड 4जी डेटा और अनलिमिटेड कॉलिंग के चलते स्मार्टफोन की डिमांड तेजी से बढ़ती जा रही है। लेकिन स्मार्टफोन खरीदते वक्त सबसे बड़ी परेशानी की बात यह होती है कि कौन सा मोबाइल खरीदा जाए, किस फोन में क्या चीज अच्छाई है और क्या कमी है। फोन खरीदते वक्त किन-किन चीजों पर ध्यान देना चाहिए। फोन में क्या-क्या फीचर्स होने चाहिए। स्मार्टफोन के कौन से पार्ट का सबसे दमदार होना जरूरी है। बाजार में आज हर कीमत पर मोबाइल फोन उपलब्ध है। महंगे से लेकर सस्ते और बजट फोन तक, सबमें लगभग एक जैसे फीचर्स आ रहे हैं। अब ऐसे में आप यह कैसे तय करेंगे कि आपके लिए कौन सा फोन बेहतर रहेगा। तो आज हम आपको ऐसी कुछ चीजों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिनका ध्यान फोन खरीदते वक्त जरूर रखा जाना चाहिए। सबसे पहले आप अपना बजट तय करिए, उसके बाद उस श्रेणी के टॉप 5 स्मार्टफोन की तुलना कर देख लीजिए, जो आपको सबसे बेहतर लेग बस उसे खरीद डालिए। तो अब हम आपको बताते हैं कि आप तुलना किस आधार पर करेंगे। आइए जानते हैं इनके बारे में विस्तार से।
डिस्प्ले
सबसे पहले नंबर आता है डिस्प्ले का। बाजार में बड़ी और एज टू एज डिस्प्ले वाले बेजल लेस स्मार्टफोन उपलब्ध हैं, इनका स्क्रीन साइज 5.3 इंच से लेकर 6.2 इंच तक है। अगर आप सस्ता और बजट फोन खरीदने रहे हैं तो इसका स्क्रीन साइज कम से कम 4.5 इंच से लेकर 5 इंच तक होना चाहिए। 5 इंच स्क्रीन वाले स्मार्टफोन का पिक्सल रेजोल्यूशन 720x1280 पिक्सल होना चाहिए। इसके अलावा यह भी देखना जरूरी है कि फोन गोरिल्ला ग्लास प्रोटेक्शन के साथ आता है या नहीं। जितना ज्यादा पिक्सल उतनी अच्छी डिस्प्ले क्वालिटी और जितना लेटेस्ट प्रोटेक्शन मतलब उतनी ज्यादा सुरक्षा।
प्रोसेसर
अगर आप मल्टीटास्किंग हैं तो आपको दमदार प्रोसेसर वाला फोन ही चुनना चाहिए। यह देखें कि फोन में डुअल कोर या क्वॉडकोर प्रोसेसर है या नहीं। इनके अलावा अन्य प्रोसेसर वाले फोन कई बार एक साथ कई काम करने पर हैंग होने लगते हैं, जिससे आपको परेशानी हो सकती है।
रैम
आपकी जरूरत के हिसाब से रैम का होना बहुत जरूरी है, रैम आपकी जरूरत के हिसाब से रैम का होना बहुत जरूरी है, क्योंकि रैम को बढ़ाया नहीं जा सकता। क्वॉडकोर प्रोसेसर के साथ एक जीबी रैम का मतबल है कि फोन हैंग होगा। कम फीचर वाले फोन में भी कम से कम 2जीबी रैम होना चाहिए। आजकल 3जीबी और 4जीबी रैम आम है इसलिए कोशिश करें कि अधिक जीबी रैम वाले फोन को ही खरीदें, जिसमें इंटरनल स्टोरेज भी कम से कम 32जीबी हो।
कैमरा
बिना कैमरे के तो अब स्मार्टफोन का मतलब ही नहीं बनता है। आप फोटोग्राफी के शौकीन हैं या नहीं इससे कोई फर्क नहीं पड़ता, स्मार्टफोन में तो कैमरा होना ही चाहिए। फोन में रिअर कैमरा कम से कम 8 मेगापिक्सल का होना चाहिए इससे अधिक है तो और भी अच्छी बात है। वहीं फ्रंट कैमरा जिससे हम सेल्फी खींचते हैं कम से कम 5 मेगापिक्सल का होना चाहिए। ये भी देख लें कि कैमरा एलईडी फ्लैश लाइट और ब्यूटिफिकेशन मोड, ऑटो फोकस और आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस के साथ आता है या नहीं। फोन खरीदते वक्त एक बार दोनों कैमरों से पिक्चर क्लिक करके जरूर देख लें।
बैटरी
फोन की लाइफ लाइन उसकी बैटरी है। अगर आपके फोन की बैटरी दमदार नहीं है तो वो कितना भी हाईटेक क्यों न हो आपके काम नहीं आने वाला। इसलिए याद रखें कि हमेशा 2500 एमएएच से अधिक क्षमता वाली बैटरी से सुसज्जित फोन को ही खरीदें। फोन की स्क्रीन साइज का सीधा संबंध बैटरी से, जितनी बड़ी स्क्रीन हो उसी के अनुपात में बैटरी का होना जरूरी है। अगर फोन में फास्ट चार्जिंग विकल्प मिल रहा है तो यह सोने पर सुहागा होगा।
ऑपरेटिंग सिस्टम
सबसे आखिरी और सबसे जरूरी है ऑपरेटिंग सिस्टम। अगर आप बजट फोन खरीद रहे हैं तो आपको हमेशा एंड्रॉयड फोन ही खरीदना चाहिए क्योंकि बजट सेगमेंट में यह सबसे सफल ऑपरेटिंग सिस्टम है। हां फोन लेते वक्त एंड्रॉयड के वर्जन के बारे में जरूर पता कर लें, क्योंकि इसके कई वर्जन बाजार में मौजूद है, इसलिए कोशिश करें कि नवीनतम वर्जन वाला ही मोबाइल खरीदें। अगर आप महंगा फोन खरीदने जा रहे हैं तो आप आईओएस ओएस वाला भी फोन खरीद सकते हैं।