नई दिल्ली। फेसबुक के स्वामित्व वाली दुनिया की सबसे बड़ी इंस्टैंट मैसेजिंग एप व्हाट्सएप को डिजिटल पेमेंट प्लेटफॉर्म Whatsapp Pay के लिए नेशनल पेमेंट कॉर्पोरेशन ऑइ इंडिया (एनपीसीआई) की मंजूरी मिल गई है। भारत में जल्द ही WhatsApp Pay ऑफिशियल लॉन्च किया जाएगा। एनपीसीआई से लाइसेंस मिलने के बाद व्हाट्सएप के जरिए यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस (यूपीआई) की मदद से पेमेंट किया जा सकेगा। व्हाट्सएप पेमेंट के लिए कंपनी साल 2018 से ही बीटा टेस्टिंग कर रही है। हालांकि, एनपीसीआई से लाइसेंस मिलने की पुष्टि अभी तक व्हाट्सएप ने आधिकारिक तौर पर नहीं की है।
बता दें कि, दो साल पहले से WhatsApp Pay की टेस्टिंग की जा रही है और अगर आप व्हाट्सएप यूज करते हैं तो आपको WhatsApp Pay का फीचर भी दिखा होगा। बिजनेस स्टैंडर्ड की रिपोर्ट के मुताबिक, एनपीसीआई ने व्हाट्सएप के भारत में डिजिटल पेमेट सर्विस के लाइसेंस पास कर दिया है। इसे कंपनी कुछ चरणों में पूरे भारत में लॉन्च कर पाएगी। सभी यूजर्स को रोलआउट करने के बाद 'व्हाट्सएप पे' देश का सबसे बड़ा डिजिटल पेमेंट प्लेटफॉर्म बन जाएगा।
गौरतलब है कि भारत में व्हाट्सएप के 40 करोड़ से ज्यादा यूजर्स हैं। व्हाट्सएप ने फरवरी 2018 में आईसीआईसीआई बैंक के साथ मिलकर 10 लाख यूजर्स के लिए डिजिटल पेमेंट की सुविधा शुरू की थी। हालांकि, कंपनी उसके बाद से ही नियामक यानी एनपीसीआई की मंजूरी का इंतजार कर रही थी। यह सर्विस यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस पर आधारित है जो कि एनपीसीआई द्वारा विकसित किया गया है।
रिपोर्ट के मुताबिक शुरुआत में 'व्हाट्सएप पे' 1 करोड़ यूजर्स के लिए जारी किया जाएगा। चूंकि भारत में व्हाट्सएप यूजर्स सबसे ज्यादा हैं, इसलिए कंपनी को इसका पूरा फायदा मिलेगा। बताया जा रहा है कि 1 करोड़ यूजर्स के लिए 'व्हाट्सएप पे' लॉन्च करने के बाद कंपनी लाइसेंस को लेकर बची हुई प्रक्रिया पूरी करेगी और इसके बाद इसे भारत के सभी व्हाट्सएप यूजर्स को दिया जाएगा। पिछले साल WhatsApp हेड विल कैथकार्ट ने भारत दौरे के दौरान कहा था कि WhatsApp Pay के लिए कंपनी ने तैयारी पूरी कर ली है और इसे भारत में परमिशन मिलने के बाद जल्द ही लॉन्च किया जाएगा।
हालांकि, आरबीआई ने एनपीसीआई को निर्देश दिया था कि जब तक WhatsApp Pay डेटा लोकलाइजेशन की शर्त का पूरी तरह से पालन करने के लिए तैयार न हो जाए उसे डिजिटल पेमेंट सर्विस लॉन्च करने की इजाजत न दी जाए। दरअसल व्हाट्सएप ने डिजिटल पेमेंट प्लेटफॉर्म के लिए काफी पहले से आवेदन किया था लेकिन मंजूरी इसे तब मिली है जब कंपनी ने डेटा लोकलाइजेशन यानी सार डेटा स्थानीय स्तर पर स्टोर करने की शर्त मानी है। पहले चरण में व्हाट्सऐप भारत में एक करोड़ यूजर्स को पेमेंट सर्विस की सुविधा दे पाएगी। अन्य शर्तों के मानने के बाद कंपनी अपने सभी यूजर्स के लिए यह फीचर रोलआउट कर पाएगी।
गौरतलब है कि कंपनी डिजिटल पेमेंट की सुविधा पायलट प्रॉजेक्ट के तौर पर कुछ यूजर्स को अभी दे रही है लेकिन एनपीसीआई से हरी झंडी मिलने के बाद यह सीधे गूगल पे, अमेजन पे और पेटीएम की प्रतिद्वंद्वी बन गई है। WhatsApp Pay लॉन्च के बाद खासतौर पर पेटीएम को बड़ी टक्कर मिलेगी। यही वजह है कि पेटीएम के सीईओ पिछले साल लगातार WhatsApp Pay की आलोचना करते रहे हैं। Paytm के विजय शेखर शर्मा का मानना है कि कि WhatsApp Pay सिक्योर नहीं होगा क्योंकि वॉट्सऐप में कोई लॉग इन सिस्टम नहीं है।