नई दिल्ली। अगर आपको चांद पर जाने का मौका मिला तो वहां भी आपको जल्द 4जी नेटवर्क की सुविधा मिलने लगेगी। टेलिकॉम कंपनी वोडाफोन के जर्मनी डिविजन ने चांद पर अगले साल तक 4 जी नेटवर्क शुरू करने की तैयार की है और इसके लिए उसने मोबाइल कंपनी नोकिया और ऑटो कंपनी ऑडी के साथ हाथ मिलाया है। इन तीनों कंपनियों ने बताया है कि वह इस मिशन पर मिलकर काम कर रही हैं।
करीब 50 साल पहले अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा के वैज्ञानिकों ने चांद पर कदम रखा था और अब 50 साल बाद चांद पर मोबाइल नेटवर्क शुरू करने की तैयारी हो रही है। वोडाफोन ने जानकारी दी है कि उसने नोकिया को इस मिशन में तकनीकी साझेदार बनाया है, जो स्पेस-ग्रेड नेटवर्क तैयार करेगा। इसके लिए एक हार्डवेयर का एक टुकड़ा तैयार होगा, जिसका वज़न शक्कर के थैले से भी कम होगा।
वोडाफोन ने बताया कि 2019 में केप कैनावेरल से स्पेसएक्स फाल्कन 9 रॉकेट पर मुहिम को लॉन्च किया जाएगा। मिशन में योगदान दे रहे एक अन्य अधिकारी ने बताया कि मिशन के लिए 5जी नेटवर्क न चुनकर 4जी नेटवर्क इसलिए चुना क्योंकि 5जी तकनीक उस दौरान टेस्टिंग की दिशा में होगी और संभव है कि वह चांद से बेहतर काम करने में सक्षम ना हो।
भारत में अभी तक सभी टेलिकॉम कंपनियां 4जी सेवा शुरू नहीं कर पायी हैं। निजी कंपनियों ने तो देश के हर हिस्से में 4जी सेवा शुरू कर दी है लेकिन सरकारी टेलिकॉम कंपनी बीएसएनएल ने अभी तक देश के कुछ हिस्सों में ही 4जी सेवा शुरू की है।