नई दिल्ली। माइक्रोसॉफ्ट (Microsoft) के सीईओ सत्या नडेला ने ‘फ्यूचर डीकोडेड’ इवेंट के दूसरे दिन वीडियो कॉलिंग ऐप स्काइप का एक लाइट यानी हल्का वर्जन लॉन्च किया है। इस लाइट वर्जन वाले स्काइप की खास बात यह है कि यह किसी भी यूजर के ऑथेंटिकेशन के लिए उसके आधार कार्ड नंबर का इस्तेमाल करेगा।
लॉन्च हुआ आधार आधारित Skype Lite
- वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग सर्विस स्काइप अब आधार को सपोर्ट करेगी।
- इसके लिए खास Skype Lite लॉन्च किया जाएगा।
- Skype Lite उन लोगों की मदद करेगा जो खराब नेटवर्क वाले क्षेत्र में रहते हैं।
क्या है खासियत
- Skype Lite सिर्फ 13MB का होगा जिसे आसानी से स्लो इंटरनेट में भी डाउनलोड किया जा सकेगा।
- इस ऐप को इस प्रोग्राम में यूज करके दिखाया गया।
- इस ऐप में स्काइप बॉट भी होंगे जो आपके सवालों का जवाब देंगे।
- इस ऐप में डेटा मैनेजर फीचर भी होगा जो डेटा यूसेज पर नजर रखेगा
OTP के जरिए वेरिफाई होगी जानकारी
- Skype Lite सिर्फ एक OTP के जरिए आधार की जानकारी वेरिफाई कर लेगा।
- ये वैसे ही है जैसे फूड ऑर्डर करने में पेटीएम यूज करते हैं।
- भारत में जॉब इंटरव्यू, सरकारी सर्विसेज और दूसरी सर्विसों के लिए आधार से वेरिफाई किए गए स्काइप ऐप को यूज किया जा सकता है।
सत्य नडेला ने कहा-
सत्य नडेला ने कहा, ‘मैं जब भी भारत आता हूं यहां की एनर्जी और इस देश के ग्रोथ की स्पीड मुझे सबसे ज्यादा प्रभावित करती है। उन्होंने आगे कहा भारत में माइक्रोसॉफ्ट के क्लाउड बिजनेस बढ़ने की बात की है और बताया है कि कैसे ई-कॉमर्स कंपनी फ्लिपकार्ट माइक्रोसॉफ्ट की क्लाउड सर्विस यूज करती है।
कैसे करेगा काम
- जहां तक स्काइप + आधार फीचर का सवाल है तो इसकी मदद से यूज़र की पहचान करना संभव होगा।
- कॉल के दौरान अगर आप नीचे दिख रहे मेन्यू बटन पर क्लिक करते हैं तो आपको रिक्वेस्ट आधार वैरिफिकेशन का विकल्प मिलेगा।
- इस पर टैप करें। इसके बाद उस शख्स को वैरिफिकेशन रिक्वेस्ट भेजा जाएगा जिससे आप स्काइप लाइट पर बात कर रहे हैं।
- अगर वो शख्स रिक्वेस्ट को एक्सेप्ट कर लेता है। इसके बाद आपके आधार नंबर से जुड़े फोन नंबर पर ओटीपी आएगा।
- इसके बाद ओटीपी डालते ही पहचान की पुष्टि हो जाएगी। सत्या नडेला ने बताया कि इसका इस्तेमाल बाद में सरकारी विभागों में किया जा सकेगा।
7 भारतीय भाषाओं में है उपलब्ध
- नए स्काइप लाइट में सात भारतीय भाषाओं के लिए सपोर्ट मौजूद रहेगा। ऐप हिंदी, गुजराती, बंगाली, मराठी, तमिल, तेलुगू और ऊर्दू को सपोर्ट करेगा। कंपनी ने बताया है कि इस ऐप से की गई हर किस्म की बातचीत पूरी तरह से सुरक्षित है।