नई दिल्ली। मोबाइल बनाने वाली कंपनी लावा ने अपने कारखाने के श्रमिकों को 21 दिन की लॉकडाउन अवधि में खर्च पूरे करने के लिए 20 प्रतिशत अग्रिम वेतन का भुगतान किया है। कंपनी ने एक बयान में कहा कि कोरोना वायरस के फैलाव को रोकने के लिए सरकार द्वारा 21 दिन का देशव्यापी लॉकडाउन किया गया है, ऐसे में श्रमिक अपने खर्च ठीक से चला सकें इसलिए कंपनी ने उन्हें अग्रिम वेतन देने का निर्णय किया है।
लावा के कारखाने में करीब 3,500 श्रमिक काम करते हैं। कंपनी ने कहा कि अपने कर्मचारियों की सुरक्षा और बेहतरी सुनिश्चित करने और उनकी परेशानियों को हल करने के विभिन्न कदमों के तहत कंपनी ने यह कदम उठाया है। कंपनी ने बुधवार को उन्हें निश्चित तिथि से 12 दिन पहले 20 प्रतिशत वेतन अग्रिम तौर पर दे दिया है। उत्तर प्रदेश सरकार के दिशा-निर्देशों पर कंपनी ने नोएडा में अपने संयंत्र को पहले 22 से 25 मार्च के लिए बंद किया था। अब इसे बढ़ाकर 14 अप्रैल कर दिया गया है। कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए सरकार ने देश में 21 दिन की सार्वजनिक पाबंदी लगाई है।
चीन में कोरोना वायरस के शुरू होने के बाद से ही मोबाइल सेक्टर बुरी तरह से प्रभावित है। मोबाइल इंडस्ट्री मोबाइल फोन विनिर्माण के लिए आवश्यक उपकरणों के लिए पूरी तरह से चीन पर निर्भर है। कंपनी ने कहा कि अर्थव्यवस्था के लिए यह कठिन समय है। 22 मार्च से हमारा राजस्व संग्रह रुका पड़ा है। हालांकि हम अपने कर्मचारियों की मदद कर रहे हैं ताकि वह अपनी दैनिक जरूरतों को पूरा कर सकें।
लावा इंटरनेशनल के पास अफ्रीकन देशों से काफी ज्यादा ऑर्डर हैं, जिनकी पूर्ति कंपनी अपने चीन स्थित संयंत्र से पूरा करती है। कंपनी ने बताया कि चीन में लावा की इकाई की क्षमता कम है। भारतीय इकाई की क्षमता बहुत अधिक है, अफ्रकीन देशों की कुछ मांग को हम अपनी चीन स्थित फैक्ट्री से पूरा करते हैं।