नई दिल्ली। भारत का ट्रू वायरलेस स्टीरियो (टीडब्ल्यूएस) मार्केट इस साल की तीसरी तिमाही के दौरान 723 प्रतिशत की दर से आगे बढ़ा है। काउंटरप्वॉइंट रिसर्च की रिपोर्ट के मुताबिक कोरोना वायरस महामारी के कारण वर्क फ्रॉम होम और स्टडी फ्रॉम होम के कारण टीडब्ल्यूएस की मांग में जोरदार वृद्धि दर्ज की गई है। यह एक ऐसा सेगमेंट है, जिसपर महामारी के कारण आर्थिक मंदी का कोई असर नहीं पड़ा है। वहीं दूसरी ओर चीन की शाओमी और रियलमी जैसी कंपनियों को पीछे छोड़कर भारतीय कंपनी बोट आगे निकल गई है।
कैलेंडर वर्ष 2020 की तीसरी तिमाही (जुलाई-सितंबर) के दौरान भारतीय कंपनी बोट (boAt) प्रमुख ब्रांड बनकर उभरा है और इसकी बाजार हिस्सेदारी बढ़कर 18 प्रतिशत हो गई है। 16 प्रतिशत बाजार हिस्सेदारी के साथ दूसरे स्थान पर शाओमी रही।
रिपोर्ट में कहा गया है कि भारतीय टीडब्ल्यूएस मार्केट में रियलमी तीसरे स्थान पर आ गई है, इसकी बाजार हिस्सेदारी घटकर 12 प्रतिशत रह गई। ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि कंपनी ने तीसरी तिमाही के दौरान कोई नया प्रोडक्ट लॉन्च नहीं किया और नई कंपनियों के आने से उपभोक्ताओं को अच्छे उत्पादों ने आकर्षित किया।
8 प्रतिशत बाजार हिस्सेदारी के साथ जेबीएल चौथे स्थान पर है, जबकि दूसरी तिमाही में इसकी बाजार हिस्सेदारी 15 प्रतिशत थी। एप्पल, जो 2019 में सबसे बड़ा बाजार हिस्सेदारक थी, चालू वर्ष की तीसरी तिमाही में टॉप-5 ब्रांड्स की लिस्ट में जगह पाने में कामयाब रही। इसकी बाजार हिस्सेदारी 6 प्रतिशत है।
अधिकांश स्मार्टफोन निर्माता कंपनियां अब सीआईओटी सेगमेंट में प्रवेश कर चुकी है और वह सभी मूल्य दायरे में अपने टीडब्ल्यूएस पोर्टफोलियो का विस्तार कर रही हैं। रिसर्च एनालिस्ट शिल्पी जैन ने कहा कि कोविड-19 की वजह से वर्क फ्रॉम होम के कारण टीडब्ल्यूएस की डिमांड बढ़ी है।