नई दिल्ली। कोरोना वायरस महामारी के कारण लागू किए गए राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन के दौरान लाखों कर्मचारियों ने घर से काम (वर्क फ्रॉम होम) किया, जिससे भारत में विभिन्न कंपनियों की ओर से बड़ी संख्या में लैपटॉप खरीदे गए। इस दौरान जून तिमाही में एचपी ने अपने कुल परंपरागत पीसी बाजार का नेतृत्व करते हुए 32.8 प्रतिशत बाजार हिस्सेदारी पर कब्जा किया। एक नई आईडीसी रिपोर्ट में यह बात कही गई है।
27.5 प्रतिशत बाजार हिस्सेदारी के साथ लेनोवो ने बिक्री के मामले में डेल (17.8 प्रतिशत शेयर) को पीछे छोड़ते हुए दूसरा स्थान हासिल किया। विश्वस्तर पर तिमाही आधार पर पर्सनल कम्प्यूटिंग डिवाइस को ट्रैक करने वाली आईडीसी ने कहा कि कुल मिलाकर, भारत के पारंपरिक पीसी बाजार में डेस्कटॉप, लैपटॉप (नोटबुक) और वर्कस्टेशन शामिल हैं, जिनमें दूसरी तिमाही में 37.3 प्रतिशत की गिरावट आई है।
वाणिज्यिक सेगमेंट में एचपी के मजबूत प्रदर्शन को कुछ बड़ी जीत का समर्थन मिला और कंपनी को समग्र पीसी श्रेणी में अपनी बढ़त बनाए रखने में मदद मिली। इसके अलावा यह शीर्ष पांच कंपनियों में वाणिज्यिक खंड में एक सकारात्मक वार्षिक विकास दर वाली एकमात्र कंपनी रही, क्योंकि इसकी बिक्री में 2020 की दूसरी तिमाही में 11.8 प्रतिशत की वृद्धि हुई।
आईडीसी इंडिया में पीसी डिवाइसेस, मार्केट एनालिस्ट भरत शेनॉय ने कहा कि तिमाही के पहले हिस्से में आपूर्ति और संचालन की चुनौतियों के बावजूद कंपनियों ने 2020 की दूसरी तिमाही में अधिकांश बड़े ऑर्डर निष्पादित किए। शेनॉय ने कहा कि इसके अलावा इस अवधि में कई कंपनियों ने पहली बार अपने कर्मचारियों को लैपटॉप पर ही काम करने की जिम्मेदारी सौंपी। उत्पाद श्रेणियों में डेस्कटॉप पीसी सबसे अधिक 46.4 प्रतिशत की गिरावट के साथ प्रभावित हुए। आईडीसी इंडिया में क्लाइंट डिवाइसेज, एसोसिएट रिसर्च मैनेजर जयपाल सिंह के अनुसार, कोविड-19 के कारण पीसी बाजार में अब चुनौतियों का सामना करने की उम्मीद है।