नई दिल्ली। देश में मोबाइल उपभोक्ताओं की संख्या 2024 तक बढ़कर 1.42 अरब हो जाने का अनुमान है। एक रिपोर्ट में कहा गया है कि इनमें से 80 प्रतिशत उपभोक्ताओं के पास 4जी कनेक्शन होने का भी अनुमान है। एरिक्सन मोबिलिटी रिपोर्ट में मंगलवार को कहा कि देश में 5जी सेवाओं के भी 2022 तक शुरू हो जाने का अनुमान है।
एरिक्सन मोबिलिटी रिपोर्ट के कार्यकारी संपादक तथा नेटवर्क्स एट एरिक्सन के प्रमुख (रणनीतिक विपणन) पैट्रिक सेरवाल ने कहा कि भारत सरकार का कहना है कि 2020 में देश में 5जी की शुरुआत हो जाएगी, लेकिन हमारा मानना है कि पांचवीं पीढ़ी का नेटवर्क 2022 तक शुरू हो पाएगा और 2024 तक देश में 5जी सेवाओं के 3.8 करोड़ उपभोक्ता बन जाने की संभावना है। यह उस समय कुल मोबाइल उपभोक्ताओं का 2.7 प्रतिशत होगा।
रिपोर्ट में कहा गया है कि 5जी के मामले में उत्तरी अमेरिका और उत्तर पूर्वी एशिया के अगुवा रहने का अनुमान है। वर्ष 2024 के अंत तक 5जी उपभोक्ताओं की कुल संख्या में उत्तरी अमेरिका और उत्तर पूर्वी एशिया की क्रमश: 55 प्रतिशत और 43 प्रतिशत हिस्सेदारी होने का अनुमान है।
सेरवाल ने कहा कि देश में कुछ समय तक 4जी ही अग्रणी प्रौद्योगिकी बना रहेगा। उन्होंने कहा कि एलटीई के उपभोक्ताओं की संख्या 2018 के 35 करोड़ से 22 प्रतिशत की सालाना दर से बढ़कर 2024 तक 1.15 अरब हो जाने का अनुमान है।