नई दिल्ली। अमेरिकी प्रतिबंधों के बीच अपने व्यवसाय को लेकर पिछले करीब दो सालों से संघर्ष का सामना करने के बाद हुवावे (Huawei) ने आखिरकार मंगलवार को अपने स्मार्टफोन सब-ब्रांड हॉनर (Honor smartphone business) को बेचने का आधिकारिक ऐलान कर दिया। चीन में ही स्थित कंपनी शेन्जेन झिक्सिन न्यू इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी प्राइवेट लिमिटेड (Shenzen Zhixin New Information Technology) को हॉनर स्मार्टफोन बिजनेस बेचा जा रहा है।
खबरों के मुताबिक, हुवावे और शेन्जेन के बीच यह सौदा 15 अरब डॉलर में तय हुआ है, जिससे हॉनर के चैनल सेलर और आपूर्तिकर्ताओं को इस मुश्किल घड़ी से उबरने में मदद मिलेगी। अमेरिका में हॉनर स्मार्टफोन को प्रतिबंधों के घेरे में लाए जाने की वजह से हुवावे को किसी भी अमेरिकी कंपनी के साथ बिजनेस करने की मनाही थी।
कंपनी ने अपने एक बयान में कहा कि एक बार हॉनर को बेच दिए जाने पर हुवावे के पास इसका कोई शेयर नहीं होगा, हुवावे इसके व्यवसाय प्रबंधन में किसी भी तरह से शामिल नहीं होगा या न ही हुवावे के पास नई हॉनर कंपनी को लेकर निर्णय लेने संबंधी अधिकार होंगे। हुवावे ने कहा कि कंपनी के अस्तित्व को बनाए रखने या इसे सुचारू रूप से जारी रखने के लिए हॉनर के इंडस्ट्री चेन ने यह कदम उठाया है। हॉनर के 7,000 से अधिक कर्मचारी हैं।
एक बयान में कहा कि मालिकाना हक बदलने के बाद हॉनर अपना काम सामान्य तरीके से जारी रखेगी और इसके उत्पादन पर कोई असर नहीं पड़ेगा।