नई दिल्ली। कंप्यूटर बनाने वाली दुनिया की प्रमुख कंपनी हैवलेट पैकर्ड (एचपी) ने अपना दूसरा सबसे बड़ा रिकॉल अभियान चलाया है। कंपनी ने आग लगने, ओवर हीटिंग और मैल्टिंग की आशंका के चलते दुनियाभर से लैपटॉप की लगभग 50,000 लिथियम-आयन बैटरियां वापस मंगाई हैं। कंपनी को लैपटॉप की बैटरी ओवर हीट होने, मैल्ट होने की 8 शिकायतें मिली थीं। जिसके बाद कंपनी ने यह कदम उठाया है। एक साल में यह कंपनी का दूसरा बड़ा रिकॉल है। जनवरी 2017 में भी कंपनी 1 लाख कंप्यूटर रिकॉल कर चुकी है।
कंपनी के मुताबिक रिकॉल की जाने वाली बैटरियां सिर्फ नए लैपटॉप की ही नहीं बल्कि वे बैटरियां भी शामिल हैं जिन्हें लूज एक्सेसरीज़ के रूप में बेचा गया है। इससे दिसंबर 2015 से दिसंबर 2017 के बीच बने विभिन्न नोटबुक और मोबाइल वर्कस्टेशंस प्रभावित हुए हैं। हालांकि एचपी ने प्रभावित लैपटॉप की सही संख्या का खुलासा नहीं किया है।
एचपी ने बताया है कि बैटरी के ओवरहीट होने के कारण यूज़र्स के जलने का भी खतरा है। कंपनी ने जिन लैपटॉप की बैटरियां वापस मंगाई है उनमें एचपी प्रोबुक, एक्स 360, एन्वी, पवेलियन और एचपी 11 नोटबुक कंप्यूटर और कुछ एचपी जेडबुक शामिल हैं। वहीं कंपनी ने कहा है कि बैटरी डिवाइस का अंदरुनी हिस्सा है और इसलिए कंपनी मुफ्त में बैटरी को बदलने की प्रकिया कर रही है। इसके अलावा कंपनी ने बताया कि वे बायोस की एक अपडेट दे रहे है जिससे “Battery Safety Mode” की विकल्प मिलेगा। इसे ऑन कर यूजर्स अपने लैपटॉप का सुरक्षित इस्तेमाल कर सकते हैं।