नई दिल्ली। चीन ने अपनी सभी सरकारी टेलीकॉम कंपनियों को 5जी सेवा शुरू करने की मंजूरी दे दी है। चीन के उद्योग एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने गुरुवार को चाइना टेलीकॉम, चाइना मोबाइल, चाइना यूनिकॉम और चाइना रेडियो एंड टेलीविजन को 5जी का व्यावसायिक लाइसेंस जारी कर दिया है।
इन कंपनियों को साल के अंत में परीक्षण करने का लाइसेंस दिया गया है। चीन के अधिकारियों का कहना है कि नेटवर्क की विस्तृत शुरुआत से औद्योगिक विनिर्माण, इंटरनेट कनेक्टेड कार, हेल्थकेयर, स्मार्ट सिटी प्रबंधन और कृत्रिम मेधा के विकास में मदद मिलेगी।
जीएसएमए ने जताया अनुमान भारत में होंगे 8.8 करोड़ कनेक्शन
वैश्विक टेलीकॉम इंडस्ट्री बॉडी जीएसएमए का अनुमान है कि भारत में 2025 तक अलग-अलग मोबाइल ग्राहकों की संख्या 92 करोड़ तक हो जाएगी और उनके पास 8.8 करोड़ 5जी कनेक्शन होंगे। जीएसएमए ने यह भी कहा है कि मोबाइल डाटा के मामले में भारत दुनिया का सबसे सस्ता बाजार है।
चीन में 2025 तक लगभग 30 प्रतिशत कनेक्शन 5जी टेक्नोलॉजी पर आधारित होंगे। दुनिया के नए मोबाइल ग्राहकों में भारत की हिस्सेदारी लगभग एक तिहाई होगी। जीएसएमए के मुताबिक भारतीय मोबाइल बाजार 2019 की दूसरी छमाही में आय में वृद्धि की राह पर आ जाएगा और 2025 तक इसमें हल्की बढ़ोतरी होगी। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि 2025 तक भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा स्मार्टफोन बाजार बन जाएगा।