नई दिल्ली। रिलायंस जियो (Reliance Jio) की फ्री सर्विस 31 मार्च को खत्म हो जाएंगी, लेकिन अभी तक मुफ्त कॉलिंग और फ्री डेटा का फायदा उठा रहे कस्टमर्स आगे भी जियो के साथ जुड़ा रहना चाहते है। बड़ी रिसर्च और ब्रोकरेज कंपनी बर्नस्टेन की रिपोर्ट में यह बात निकलकर सामने आई है।
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रिपोर्ट में हुआ अहम खुलासा
- रिपोर्ट में बताया गया है कि कई लोग ने जियो के फ्री ऑफर को सराहा है लेकिन वॉयस क्वालिटी को लेकर आलोचना कर रहे हैं। कई लोग फ्री ऑफर खत्म होने के बाद अपने प्राइमरी ऑपरेटर के पास लौट जाएंगे। लेकिन जो हम देख रहे हैं वह इसके उलट है।
क्या कहता है सर्वे
- सर्वे में यह भी बताया कि क्यों यूजर्स जियो के साथ रहने का फैसला करेंगे और प्रति माह 303 रुपए का पेमेंट करेंगे।
- मौजूदा 67 फीसदी यूजर्स ने जियो सिम को ‘सेकंडरी’ रखा हुआ है।
- इसमें से 63 फीसदी यूजर्स ने कहा है कि वह जियो को नया प्राइमरी ऑपरटेर बनाने की योजना बना रहे हैं।
- 28 फीसदी यूजर्स ने कहा कि वह जियो को सेकंड सिम के तौर पर यूज करते रखेंगे।
- सिर्फ 2 फीसदी मौजूदा जियो यूजर्स ने कहा है कि वह अपनी सिम छोड़ देंगे।
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जियो को लोग इसलिए कर रहे है पसंद
- रिपोर्ट में कहा गया है कि कस्टमर लॉयल्टी के मामले में जियो का स्कोर सबसे ज्यादा है।
- इसमें कस्टमर सर्विस, सहूलियत, डाटा कवरेज, डाटा स्पीड और हैंडसेट चुनने की च्वाइस दूसरों से बेहतर है।
- इतना ही नहीं, जियो ने वॉयस क्वालिटी और वॉयस कवरेज में वोडाफोन और आइडिया को पीछे छोड़ दिया है।
4G नेटवर्क वाले यूजर्स को भाता है सिर्फ जियो
- रिपोर्ट में कहा गया है कि ज्यादातर 2जी या 3जी यूजर्स सैंपल टेस्ट के बाद 4जी पर अगले साल तक अपग्रेड होंगे और उसमें से 80 फीसदी का कहना है कि जब वह ऐसा करेंगे तो वह जियो को पहली पंसद पर रखेंगे।
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तस्वीरों में देखिए जियो का नया प्लान
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सर्वे की सैंपलिंग
- बर्नस्टेन ने कहा है कि उन्होंने देशभर से 1,000 प्रबल हाई वैल्यू यूजर्स का सैंपल लिए है।
- रिपोर्ट में यह भी कहा गया कि जवाब देने वाले 40 फीसदी लोग मेट्रो सर्किल्स के हैं।
- 30 फीसदी ए-सर्किल्स, 20 फीसदी बी-सर्किल्स और 10 फीसदी सी-सर्किल्स के हैं।
- 95 फीसदी अर्बन एरिया में रहते हैं और मात्र 5 फीसदी रूरल एरिया में रहने वाले हैं।