नई दिल्ली। माइक्रोब्लॉगिंग साइट ट्विटर पर अमेरिका की प्रमुख हस्तियों के एकाउंट हैक कर किए गए बिटकॉइन स्कैम पर ट्विटर ने शनिवार को बड़ा खुलासा किया है। ट्विटर ने कहा है कि उसे पता चला है कि हैकर्स ने कुछ ट्विटर कर्मचारियों को सोशल इंजीनियरिंग स्कीम के माध्यम से अपना लक्ष्य बनाया। उन्होंने इन कर्मचारियों को अपने जाल में फंसाया और उनके क्रेडेंशियल का उपयोग कर ट्विटर के आंतरिक सिस्टम तक पहुंच गए। उन्होंने ट्विटर के टू-फैक्टर प्रोटेक्शन को इसकी मदद से तोड़ दिया।
उल्लेखनीय है कि गुरुवार को ट्विटर पर अब तक का सबसे घातक साइबर हमला हुआ था। जबतक ट्विटर टीम इस क्रिप्टोकरेंसी स्कैम को रोकने के लिए कुछ कदम उठाती, तब तक 367 यूजर्स बिटक्वाइन के रूप में 90 लाख डॉलर से अधिक गंवा चुके थे। साइबर सिक्युरिटी कंपनी कास्परस्की के अनुसार, इस घातक स्कैम ने हमें इस तथ्य से अवगत करा दिया कि हम उस दौर में जी रहे हैं, जब चाहे कितना भी कम्प्यूटर कौशल से युक्त कोई व्यक्ति हो या फिर सबसे सुरक्षित अकाउंट हो, उसे भी हैक किया जा सकता है।
ट्विटर ने उस समय स्वीकार किया था कि यह हैकरों द्वारा किया गया समन्वित इंजीनियरिंग था, जिसने सफलतापूर्वक हमारे कुछ कर्मचारियों को आंतरिक प्रणालियों और टूल्स में पहुंच के साथ निशाना बनाया। ट्विटर के सीईओ जैक डोर्सी ने भी घटना के लिए माफी मांगी थी।
हैकर्स ने दुनिया भर में प्रमुख व्यक्तियों डोनाल्ड ट्रंप, जो बिडेन, बराक ओबामा, एलन मस्क, बिल गेट्स, जेफ बेजोस, एप्पल और उबर जैसी कंपनियों के एकाउंट को क्रिप्टोकरेंसी स्कैम को फैलाने के लिए एक साथ हैक कर लिया गया था।