नयी दिल्ली। महंगे स्मार्टफोन एवं अन्य उपकरण बनाने वाली अमेरिकी कंपनी एपल (Apple) ने एक अरब डॉलर यानी करीब 7 हजार करोड़ रुपये में इंटेल (Intel) का 5G स्मार्टफोन मोडेम कारोबार खरीदने की घोषणा की है। दोनों कंपनियों ने इसको लेकर समझौता किया है। यह सौदा इस साल की अंतिम तिमाही में पूरा होने का अनुमान है। कंपनी ने गुरुवार को अपनी वेबसाइट पर जारी एक बयान में इसकी जानकारी दी।
एपल ने कहा कि इस सौदे से इंटेल की बौद्धिक संपदा, उपकरण और पट्टे भी शामिल हैं। इस सौदे के तहत इंटेल के करीब 2,200 कर्मचारी एपल से जुड़ेंगे। एपल ने कहा कि इस सौदे के बाद उसके पास वायरलेस प्रौद्योगिकी के पेटेंट की संख्या बढ़कर 17 हजार से अधिक हो जाएगी। इसके बाद इंटेल स्मार्टफोन के अलावा अन्य उपकरणों के लिये ही मोडेम बनाएगी।
इंटेल के मुख्य कार्यकारी अधिकारी बॉब स्वान ने कहा कि इस सौदे से हमें 5जी नेटवर्क के लिये प्रौद्योगिकी विकसित करने पर ध्यान केंद्रित करने में मदद मिलेगी। हमें इस बात का भरोसा है कि एपल मोबाइल मोडेम टीम को उपयुक्त माहौल प्रदान करने में सक्षम रहेगी। एपल के वरिष्ठ उपाध्यक्ष (हार्डवेयर प्रौद्योगिकी) जॉनी स्रोउजी ने कहा कि हमने इंटेल के साथ वर्षों से काम किया है। हमें मालूम है कि इंटेल की इस टीम के पास उपभोक्ताओं को विश्वस्तरीय अनुभव देने वाली प्रौद्योगिकी डिजायन करने का जज्बा है। हम इस बात से उत्साहित हैं कि इतने सारे शानदार अभियंता हमारी कंपनी से जुड़ रहे हैं।
बता दें कि इस डील के बाद Intel के पास नॉन-स्मार्टफोन एप्लीकेशन्स जैसे पीसी, इंडस्ट्रियल इक्यूपमेंट्स और सेल्फ-ड्राइविंग कारों विकसित करने का अधिकार होगा। मॉडम चिप्स आईफोन जैसी डिवाइसेज को वायरलेस डाटा नेटवर्क से कनेक्ट करने में मदद करती है। लेकिन Apple ने हमेशा से ही इसके लिए बाहर के सप्लायर्स पर भरोसा किया है। पिछले एक वर्ष से Apple के क्वालकॉम पेटेंट लाइसेंस को लेकर चल रही कानूनी लड़ाई के बीच Intel ने खुद को iPhone मॉडम चिप्स के एकमात्र स्रोत के रूप में खड़ा किया है।
उल्लेखनीय है कि स्मार्टफोन मोडेम/चिप बनाने में शीर्ष कंपनी फॉक्सकॉन और एपल के बीच पिछले कुछ समय से विवाद चल रहा है। एपल अभी तक चिप के मामले में फॉक्सकॉन पर निर्भर रहते आयी है। हालांकि कंपनी ने हालिया समय में इस बात के संकेत दिये थे कि वह चिप के मामले में आत्मनिर्भर होने को इच्छुक है। इंटेल ने भी स्मार्टफोन मोडेम कारोबार के बजाय 5जी से जुड़ी प्रौद्योगिकी पर ध्यान केंद्रित करने की इच्छा जाहिर की थी।