नई दिल्ली। रिलायंस जियो को छोड़कर अन्य सभी दूरसंचार ऑपरेटर भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) द्वारा राजमार्गों और रेल मार्गों पर किए गए कॉल ड्रॉप (बात करते-करते कॉल कटना) परीक्षण में विफल हो गए हैं। गुरुवार को जारी एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है।
ट्राई की रिपोर्ट में कहा गया है कि दूरसंचार कंपनियों का नेटवर्क प्रदर्शन राजमार्गों पर अलग-अलग था, लेकिन रिलायंस जियो को छोड़कर कोई भी ऑपरेटर तीन रेलमार्गों पर किए गए परीक्षण में कॉल ड्रॉप के बेंचमार्क पर खरा नहीं उतर पाया। रिपोर्ट में कहा गया है कि कॉल ड्रॉप के मामले में सिर्फ रिलायंस जियो ही सेवा गुणवत्ता के मानक पर सफल रही।
सेवा की गुणवत्ता के नियम के तहत किसी दूरसंचार सर्किल में दो प्रतिशत से अधिक कॉल्स स्वत: नहीं कटनी चाहिए। यह परीक्षण आसनसोल से गया, दिघा से आसनसोल, गया से दानापुर, बेंगलुरु से मुरदेश्वर, रायपुर से जगदलपुर, देहरादून से नैनीताल, माउंट अबू से जयपुर और श्रीनगर से लेह राजमार्गों से किया गया। इसी तरह यह परीक्षण इलाहाबाद से गोरखपुर, दिल्ली से मुंबई और जबलपुर से सिंगरौली रेल मार्गों पर किया गया।
ट्राई की रिपोर्ट में इस बात का उल्लेख किया गया है कि टाटा टेलीसर्विसेज लि. (टीटीएल) नेटवर्क चुनिंदा राजमार्गों पर सेवा गुणवत्ता नियमों का अनुपालन नहीं कर रही है। रिपोर्ट में कहा गया है कि टीटीएल बेंगलुरु से मुरदेश्वर, देहरादून से नैनीताल और गया से दानापुर तथा तीनों रेल मार्गों पर कॉल कनेक्ट करने के मानक को भी पूरा नहीं कर पाई। टीटीएल इस समय अपने मोबाइल कारोबार का एयरटेल के साथ विलय करने की प्रक्रिया में है।
एयरटेल गया से दानापुरा राजमार्ग तथा तीनों रेल मार्गों पर कॉल कनेक्ट करने की दर या कॉल सेटअप सक्सेस रेट (सीएसएसआर) को पूरा नहीं कर पाई। वोडाफोन आइडिया का नेटवर्क रायपुर से जगदलपुर राजमार्ग तथा तीनों रेल मार्गों पर सीएसएसआर दर को पूरा करने में विफल रहा।