अगर आप जोमैटो और स्विगी से ऑनलाइन खाना ऑर्डर करने वाले हैं तो इस बार यह आपको महंगा पड़ने वाला है। दोनों ऑनलाइन फूड डिलीवरी कंपनियां दरअसल, दिल्ली में प्लेटफॉर्म फीस के तौर पर 10 रुपये वसूल रही हैं। पीटीआई की खबर के मुताबिक, कंपनी ने शेयर बाजार को दी सूचना में उस खबर पर स्पष्टीकरण दिया, जिसमें कहा गया था कि त्योहारों के मद्देनजर मंच ने शुल्क को 10 रुपये तक बढ़ा दिया है।
दिल्ली में वसूल रहे 10 रुपये
जोमैटो ने कहा कि हां, हमने वास्तव में बीते बुधवार से कुछ शहरों में प्लेटफॉर्म फीस बढ़ाया है। कंपनी अब राष्ट्रीय राजधानी में त्योहारी सीजन प्लेटफॉर्म फीस के तौर पर 10 रुपये वसूल रही है। जोमैटो ने हालांकि यह स्पष्ट नहीं किया गया कि किन शहरों में प्लेटफॉर्म फीस में कितनी वृद्धि की गई है। कंपनी ने कहा कि प्लेटफॉर्म फीस में इस तरह के बदलाव एक नियमित व्यावसायिक प्रक्रिया है और ऐसा समय-समय पर किया जाता है। यह (शुल्क) हर शहर में अलग हो सकते हैं। इसी तरह, स्विगी ने भी अपने प्लेटफॉर्म फीस में वृद्धि की है, लेकिन कंपनी से इस संबंध में किए सवालों का कोई जवाब नहीं आया।
10 मिनट में खाना और ड्रिंक्स की सर्विस
स्विगी ने कुछ दिनों पहले ही 10 मिनट में खाना और ड्रिंक्स की सप्लाई करने वाली सर्विस‘बोल्ट’ शुरू करने की घोषणा की। हालांकि, यह सर्विस छह प्रमुख शहरों- हैदराबाद, मुंबई, दिल्ली, पुणे, चेन्नई और बेंगलुरु में प्रमुख स्थानों पर पहले से ही ऑपरेशन में है। आने वाले कुछ सप्ताह में इसे और जिलों में लाया जाएगा। बोल्ट उपभोक्ता के दो किलोमीटर के दायरे में चुनिंदा रेस्टोरेंट से त्वरित भोजन वितरण सेवा प्रदान करता है। बोल्ट के तहत बर्गर, गर्म पेय पदार्थ, ठंडे पेय पदार्थ, नाश्ते के सामान और बिरयानी जैसे लोकप्रिय व्यंजन पेश किए जाते हैं, जिन्हें बनाने में कम-से-कम समय लगता है।
जोमैटो का कैसा रहा तिमाही नतीजा
जोमैटो लिमिटेड ने जुलाई-सिंतबर तिमाही में 176 करोड़ रुपये का इंटीग्रेटेड नेट प्रॉफिट दर्ज किया है। जोमैटो के निदेशक मंडल ने इक्विटी शेयरों के पात्र संस्थागत आवंटन के जरिये 8,500 करोड़ रुपये जुटाने को भी मंजूरी दे दी है। आलोच्य अवधि में कंपनी का एकीकृत परिचालन राजस्व 4,799 करोड़ रुपये रहा। इस दौरान उसका कुल व्यय 4,783 करोड़ रुपये रहा जबकि एक साल पहले इसी अवधि में यह 3,039 करोड़ रुपये था।