कोरोना महामारी के बाद युवाओं में शेयर बाजार निवेश को लेकर क्रेज तेजी से बढ़ा था। इसकी वजह थी कि बाजार में कम समय में मिलने वाला ज्यादा रिटर्न। हालांकि, अब क्रेज तेजी से खत्म हो रहा है क्योंकि शेयर बाजार ने अधिकांश निवेशकों को निराश किया है। युवाओं को प्रॉपर्टी में निवेश क्यों करना चाहिए इसको लेकर हमनें रियल एस्टेट सेक्टर के दिग्गज एक्सपर्ट और अंतरिक्ष इंडिया के सीएमडी राकेश यादव से बात की और पूछा कि क्यों युवाओं को अपना पहला निवेश प्रॉपर्टी में क्यों करना चाहिए? उन्होंने इसके 5 फायदे बताएं। आइए जानते हैं उन फायदों के बारे में...
1. हमेशा बढ़ता है प्रॉपर्टी का रेट
धरती पर दो ही चीज हैं, जिसके मूल्य में हमेशा बढ़ोतरी होती है। पहला सोना और दूसरा प्रॉपर्टी। उन्होंने कहा कि जब भी आप प्रॉपर्टी खरीदते हैं तो उसका रेट बढ़ता है, कभी घटता नहीं है। यानी सही प्रॉपर्टी खरीदें तो कभी भी नुकसान होने का चांस नहीं होता है। युवा कम उम्र में अगर प्रॉपर्टी खरीद लेते हैं तो 40 की उम्र तक उनके पास एक बड़ा सेविंग प्रॉपर्टी की तौर पर हो जाता है।
2. कैपिटल एप्रिसिएशन के साथ रेंट से कमाई
युवा अगर कम उम्र में प्रॉपर्टी खरीद लेते हैं तो उनको डबल फायदा होता है। शादी तक वो अपने माता—पिता के साथ रहते हैं। ऐसे में वह खरीदी हुई प्रॉपर्टी को रेंट पर लगा सकते हैं। इससे उनको रेंट से कमाई मिलनी शुरू हो जाती है। साथ ही प्रॉपर्टी की कीमत बढ़ने पर उनको कैपिटल एप्रिसिएशन भी मिलता है।
3. होम लोन चुकाने का टेंशन नहीं
युवा उम्र में लैबलिटी बहुत ही कम होता है। न बच्चे की पढ़ाई का टेंशन न ही परिवार चलाने के लिए खर्च का बंदोबस्त करने की जरूरत। ऐसे में बैंक आसानी से बड़ा लोन भी कम ब्याज पर दे देते हैं। युवाओं पर वित्तीय बोझ बहुत कम होने से वो जल्द लोन चुका भी देते हैं।
4. बड़े घर का सपना पूरा करना आसान
युवा अगर 1बीएचके फ्लैट भी खरीद लेते हैं तो शादी के समय वे बड़े घर के सपने को आसानी से पूरा कर पाते हैं। ऐसा इसलिए कि उनके पास एक घर के रूप में बड़ी पूंजी जमा हो जाती है, जिसे वो बेचकर बड़ा फ्लैट आसानी से खरीद सकते हैं। ऐसा नहीं करने पर बड़ा घर का सपना पूरा करना मुश्किल होता है।
5. शेयर बाजार जितना जोखिम नहीं
प्रॉपर्टी में निवेश पर जोखिम न के बराबार होता है। शेयर बाजार में हमेशा डर लगा रहता है कि हमने जिस कंपनी के शेयर में निवेश किया है, वह अच्छा प्रदर्शन करें। अगर उस कंपनी की वित्तीय स्थिति प्रभावित हुई तो निवेश डूबने का चांस बहुत ज्यादा होता है। यानी शेयर बाजार में अनिश्चितता बहुत है। इसके मुकाबले प्रॉपर्टी में ऐसा कुछ भी नहीं होता है। अगर सही प्रोजेक्ट में एक बार निवेश कर दिया तो बाद में कोई टेंशन नहीं होता है।