Zomato के IPO ने निवेशकों की बंपर कमाई कराई है। इसके बाद दूसरे फूड डिलवरी ऐप Swiggy के आईपीओ का बेसब्री से इंतजार निवेशक कर रहे हैं। हालांकि, अब यह इंतजार खत्म होने वाला है। तमाम मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, स्विगी का आईपीओ अगले महीने की 6 से 8 नवंबर, 2024 के बीच आने की उम्मीद है। वहीं, एंकर निवेशकों के लिए विंडो 5 नवंबर, 2024 को खुलने की संभावना है। इस ऑफर में करीब 3,750 करोड़ रुपये के नए शेयर और करीब 18.53 करोड़ शेयरों की बिक्री की पेशकश (ओएफएस) शामिल होंगे। कुल मिलाकर, कुल इश्यू का साइज 11,700 करोड़ रुपये होने की उम्मीद है।
मार्केट को देखते हुए कंपनी ने वैल्यूएशन कम किया
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, नए इश्यू कंपोनेंट को 4,500 करोड़ रुपये तक बढ़ाए जाने की उम्मीद है। कंपनी अब 11.3 बिलियन डॉलर के मूल्यांकन को टारगेट कर रही है, जबकि इसका पिछला लक्ष्य 15 बिलियन डॉलर था। कंपनी के अनुसार, वह खराब IPO नहीं चाहती है। विशेष रूप से, स्विगी के प्रतिद्वंद्वी जोमैटो, जिसने हाल ही में अपने शुद्ध लाभ में 389% की उछाल की सूचना दी थी। जोमैटो 8,500 करोड़ रुपये जुटाने के लिए QIP (योग्य संस्थागत प्लेसमेंट) ला रही है। 30 सितंबर, 2024 को समाप्त तिमाही के लिए, जोमैटो ने 176 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ कमाया।
स्विगी की रेवन्यू में अच्छी वृद्धि हुई
पिछले साल यानी मार्च 2023 से 2024 के बीच स्विगी ने अपने परिचालन से होने वाले राजस्व में 34% की वृद्धि देखी, जो वित्त वर्ष 23 में 8,714.45 करोड़ से बढ़कर वित्त वर्ष 24 में 11,634.35 करोड़ रुपये हो गया। कंपनी का घाटा भी वित्त वर्ष 23 में 4,179.31 करोड़ रुपये से घटकर वित्त वर्ष 24 में 2,350.24 करोड़ रुपये रह गया। स्विगी की प्रतिद्वंद्वी कंपनी जोमैटो जुलाई 2021 में 9,375 करोड़ रुपये के ऑफर साइज के साथ सार्वजनिक हुई थी। वर्तमान में, कंपनी का शेयर 250.95 रुपये पर कारोबार कर रहा है, जो पिछले साल की तुलना में 138.48% की भारी वृद्धि थी। स्विगी के कुछ प्रमुख मौजूदा निवेशकों में सॉफ्टबैंक, जिसकी 8% हिस्सेदारी है, और एक्सेल, जिसकी कंपनी में 6% हिस्सेदारी है। उल्लेखनीय है कि बाजार नियामक सेबी से स्विगी के आईपीओ को मंजूरी मिल चुकी है।