उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) सरकार का दावा है कि चार महीने में लगभग दो लाख युवाओं को रोजगार (Job) देने का लक्ष्य बनाया गया है। सरकार ने इसके लिये यूपी कौशल विकास को इस कार्य में लगाया है। विधानसभा चुनाव के दौरान लोक कल्याण संकल्प पत्र में भाजपा ने हर परिवार के एक सदस्य को रोजगार देने का संकल्प लिया था। इसे लेकर हाल ही में मुख्यमंत्री योगी ने परिवार कार्ड योजना की घोषणा की थी, जिसके तहत हर परिवार की आईडी बनाने की प्रक्रिया शुरु की जा चुकी है।
रोजगार मेला की होगी बड़ी भूमिका
इसी कड़ी में कौशल विकास मिशन ने भी बड़ा प्रयास शुरू किया है। इसमें बड़ी भूमिका रोजगार मेला निभाएगा। अब तक प्रदेश के तीन मंडलों सहारनपुर, लखनऊ और गोरखपुर में रोजगार मेला लगा चुका है। इसके तहत 15 हजार से ज्यादा युवाओं को निजी क्षेत्रों में नौकरी मिली है।
मौके पर मिलेंगे नियुक्ति पत्र
सरकार के प्रवक्ता के अनुसार, अभी तक हर महीने मंडल स्तर पर लगने वाले वृहद रोजगार मेले को जिलों में विस्तार दिया गया है और अब यह मेला प्रदेश के 62 जिलों में लगेगा। जिला स्तर पर लगने जा रहे इन रोजगार मेलों में एक ही स्थान पर औसतन तीन हजार से ज्यादा युवाओं को नौकरी देने की तैयारी है। मेले में नई दिल्ली, हरियाणा, गुजरात, बेंगलुरु, नोएडा, पंजाब, पुणे सहित कई शहरों की बड़ी और नामी कम्पनियों के प्रतिनिधि हिस्सा लेंगे। साथ ही चयनित अभ्यर्थियों को मौके पर ही नियुक्ति पत्र भी प्रदान करेंगे।
हर घर से एक लोगों को मिलेगी नौकरी
यूपी कौशल विकास मिशन के तहत प्रशिक्षण प्राप्त जूनियर हाईस्कूल, हाईस्कूल, इंटरमीडिएट, आईटीआई, डिप्लोमा, स्नातक, परास्नातक उत्तीर्ण अभ्यर्थी तकनीकी व गैर तकनीकि पदों के लिए आवेदक अपनी योग्यतानुसार सेवायोजन विभाग की वेबसाइट पर रजिस्ट्रेशन कराकर रोजगार मेले में भाग ले सकते हैं। उत्तर प्रदेश कौशल विकास मिशन प्रदेश के हर परिवार के कम से कम एक सदस्य को हम नौकरी या रोजगार से जोड़ने की तैयारी कर रहा है। इसके लिए स्किल मैपिंग के बाद आवश्यकतानुसार प्रशिक्षण देकर युवाओं को स्वरोजगार या रोजगार से जोड़ने की कवायद तेज हो गयी है।