Highlights
- यस बैंक मामले में राणा कपूर के खुलासों से नया बवाल
- राणा कपूर ने प्रवर्तन निदेशालय के सामने यह दावा किया है
- मार्च 2020 में हुई गिरफ्तारी के बाद राणा कपूर न्यायिक हिरासत में हैं
नई दिल्ली। यस बैंक के को-फाउंडर राणा कपूर ने प्रवर्तन निदेशालय (ED) की चार्जशीट में बड़ा खुलासा हुआ है। दरअसल, राणा कपूर ने दावा किया है कि उन्हें प्रियंका गांधी से एमएफ हुसैन की एक पेंटिंग 2 करोड़ रुपये में खरीदने के लिए मजबूर किया गया था। उन्होंने कहा कि जिस रकम का भुगतान किया गया था उसका उपयोग गांधी परिवार ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के इलाज के लिए किया था।
गांधी परिवार से संबंधों का हवाला दिया गया
ईडी की ओर से दाखिल आरोप पत्र के मुताबिक, कपूर ने ईडी को बताया कि तत्कालीन पेट्रोलियम मंत्री मुरली देवड़ा ने कहा था कि अगर उसने एमएफ हुसैन की पेंटिंग को खरीदने से मना किया तो न केवल इससे गांधी परिवार से संबंधों को बनाने में बाधा उत्पन्न होगी बल्कि उससे ‘पद्म’ सम्मान प्राप्त करने में कठिनाई होगी। राणा कपूर का यह बयान ईडी द्वारा विशेष अदालत में हाल में यस बैंक के सह संस्थापक, उसके परिवार, दीवान हाउसिंग फाइनेंस लिमिटेड (डीएचईएल) के प्रवर्तक कपिल और धीरज वाधवान और अन्य के विरुद्ध धन शोधन के मामले में दाखिल दूसरे पूरक आरोप पत्र (कुल तीन) का हिस्सा है। आरोप पत्र के मुताबिक कपूर ने दावा किया है कि उसने पेंटिंग के एवज में दो करोड़ रुपये की राशि का भुगतान चेक से किया।
कांग्रेस ने आरोप को गलत बताया
कांग्रेस के पवक्ता और वरिष्ठ नेता अभिषेक मनु सिंधवी ने प्रियंका गांधी पर राणा कपूर द्वारा लगाए गए आरोप को तथ्यहीन और निराधार बताते हुए कहा कि जो व्यक्ति वर्षों से जेल में बंद है, वह मृत लोगों के बारे में गलत आरोप लगा रहा है और भाजपा की सरकार उसे सही साबित करने के लिए जोर लगा रही है। उन्होंने कहा कि अब न तो मुरली देवड़ा और न ही अहमद पटेल जीवित है जो मामले की सच्चाई बता सकें। राणा कपूर 2010 के मामले को 2022 में तूल देना चाह रहे हैं, जबकि, इसमें सच्चाई कहीं से भी नहीं है।
राणा कपूर पर चल रहा मनी लान्ड्रिंग का केस
गौरतलब है कि यस बैंक घोटाले मामले में ईडी राणा कपूर और उनके परिवार के सदस्यों के खिलाफ मनी लान्ड्रिंग मामले की जांच कर रही है। राणा कपूर के खिलाफ गौतम थापर की अवंता कंपनी को अवैध रूप से 1900 करोड़ रुपये का कर्ज देने का मामला भी दर्ज किया गया है। ईडी ने आरोप लगाया है कि यस बैंक से गौतम थापर की कंपनी को करीब 1,900 करोड़ रुपये का कर्ज दिलाने के लिए कपूर को 300 करोड़ रुपये की रिश्वत दी गई थी। राणा कपूर को मार्च 2020 में गिरफ्तार किया गया था और इस समय वह न्यायिक हिरासत में है। ईडी की चार्जशीट के अनुसार, राणा कपूर ने यह दावा किया कि दिवंगत देवड़ा ने डिनर के दौरान बताया कि पेंटिंग खरीदने से मना करने का उन पर और यस बैंक पर नेगेटिव प्रभाव पड़ सकते हैं।