प्राइवेट सेक्टर के बैंक, Yes Bank ने अपने 500 कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया है। बैंक के जुड़े सूत्रों से यह जानकारी मिली है। सूत्रों के अनुसार, बैंक ने रिस्ट्रक्चरिंग की कवायद के तहत यह कदम उठाय है। बैंक में आगे और छंटनी की आशंका है। मिली जानकारी के अनुसार, बैंक ने अपने सभी वर्टिल से कर्मचारियों को निकाला है। निकाले गए लोगों को तीन महीने के वेतन के बराबर भत्ता दिया गया है। बैंक से छंटनी की खबर आने का शेयर पर कुछ खास असर देखने को नहीं मिल रहा है। 12.30 तक शेयर 0.17% गिरकर 23.98 रुपये पर ट्रेड कर रहा है।
डिजिटल बैंकिंग के जरिये लगात घटाने की तैयारी
जानकारों का कहना है कि बैंक डिजिटल बैंकिंग का इस्तेमाल बढ़ाकर अपना ऑपरेशनल कॉस्ट कम करने की कवायद कर रहा है। आपको बता दें कि बैंक के ऑपरेशनल कॉस्ट में पिछले वित्त वर्ष में लगभग 17% की वृद्धि हुई थी। यह कदम ऑपरेशनल कॉस्ट को कम करने की दिशा में देखा जा रहा है। बैंक, जिसका सबसे बड़ा शेयरधारक भारतीय स्टेट बैंक है, परिचालन लाभ को बेहतर बनाने के लिए संघर्ष कर रहा है। वित्त वर्ष 24 के अंत में, यस बैंक का परिचालन लाभ एक साल पहले के 3183 करोड़ रुपये के मुकाबले 6.4% बढ़कर 3386 करोड़ रुपये था।
कर्मचारियों पर बैंक का बढ़ा खर्च
वित्त वर्ष 2024 और 2023 के बीच बैंक का कर्मचारियों के मद में खर्च 12% से अधिक बढ़ गया। बैंक ने वित्त वर्ष 24 के अंत में कर्मचारियों पर 3774 करोड़ रुपये खर्च किए। वहीं, वित्त वर्ष 23 के अंत में कर्मचारियों पर 3363 करोड़ रुपये खर्च हुआ था। वित्त वर्ष 24 के अंत में बैंक के पास लगभग 28,000 कर्मचारी थे। एक साल में 484 लोगों की नियुक्ति हुई। कुल कर्मचारियों में से 23,000 से अधिक कर्मचारी जूनियर प्रबंधन श्रेणी के हैं।