Year Ender 2024: इस साल रियल एस्टेट के क्षेत्र में जबरदस्त तेजी रही। नाइट फ्रैंक इंडिया और नारेडको की रिपोर्ट्स के अनुसार, मिड-सेगमेंट और लग्जरी प्रॉपर्टी की मांग में भारी उछाल आया। 1 करोड़ रुपये से अधिक कीमत की प्रॉपर्टी में निवेश बढ़ा, जिससे डेवलपर्स के चेहरे खिले। प्रॉपर्टी की मांग से जहां एक ओर अफोर्डेबल सेगमेंट करीब-करीब खत्म हो गया, वहीं करोड़ों के फ्लैट सबसे डिमांडिंग सेगमेंट बन गया। प्रॉपर्टी की जरबदस्त मांग ने कीमत में रिकॉर्ड बढ़ोतरी की। 2024 में मेट्रो सिटी से लेकर टियर टू सिटीज में प्रॉपर्टी की कीमत 30% से लेकर 50% तक बढ़ गई। इसका खामियाजा एंड यूजर्स पर पड़ा। बहुत सारे लोगों के बजट से बाहर प्रॉपर्टी की कीमत निकल जाने के वो चाह कर भी घर खरीद नहीं पाएं। 2024 को लेकर और 2025 को लेकर आईए जानते है क्या कहते है डेवलपर्स?
2024 में रियल एस्टेट नई ऊंचाई पर पहुंचा
क्रेडाई नेशनल के चेयरमैन और गौड़ ग्रुप के सीएमडी, मनोज गौड़ का कहना है कि 2024 में लग्ज़री घरों की बढ़ती मांग ने रियल एस्टेट को नई ऊंचाई दी, जहां बड़े और शानदार स्पेस वाले घरों की मांग तेजी से बढ़ी। घर अब केवल रहने की जगह नहीं, बल्कि लोगों की पहचान और महत्वाकांक्षा का प्रतीक बन गया है। एसकेए ग्रुप के डायरेक्टर संजय शर्मा ने बताया कि 2024 में सरकार द्वारा लागू की गई नीतियों और सुधारों ने रियल एस्टेट बाजार में स्थिरता का माहौल तैयार किया है, जिससे ग्राहकों का विश्वास भी काफी मजबूत हुआ। इन सुधारों के परिणामस्वरूप बाजार में पारदर्शिता और सुरक्षा बढ़ी है, जिससे निवेशकों और खरीदारों का भरोसा दोगुना हुआ।
प्रतीक ग्रुप के मैनेजिंग डायरेक्टर, प्रतीक तिवारी का कहना है कि 2024 में रियल एस्टेट सेक्टर ने प्रमुख मेट्रो शहरों में तेजी से विकास किया है। वहीं, रहेजा डेवलपर्स के नयन रहेजा का कहना है कि 2024 लग्जरी घरों के लिए शानदार साल रहा। सिग्नेचर ग्लोबल (इंडिया) लिमिटेड के फाउंडर और चेयरमैन, प्रदीप अग्रवाल ने कहा कि 2024 में भारतीय रियल एस्टेट क्षेत्र ने तेजी से वृद्धि की है, जो शहरीकरण, बदलती जीवनशैली और किफायती, मिड-इनकम और लग्जरी सेगमेंट्स में बढ़ती मांग से प्रेरित है। ट्रेवॉक के मैनेजिंग डायरेक्टर, गुरपाल सिंह चावला का कहना है कि 2024 लग्ज़री रियल एस्टेट के लिए असाधारण वृद्धि का साल रहा। खरीदारों ने इसे पूंजी वृद्धि और संपत्ति निर्माण का मजबूत माध्यम माना है।
ब्याज दरों में कमी न होने के बावजूद रही तेजी
निराला वर्ल्ड के सीएमडी सुरेश गर्ग के अनुसार, वर्ष 2024 रियल एस्टेट सेक्टर के लिए अभूतपूर्व वर्ष रहा है।पूरे वर्ष ब्याज दरों में कमी न होने के बावजूद आवासीय और वाणिज्यिक प्रॉपर्टी की मांग अधिक रही। इरोस ग्रुप के निदेशक अवनीश सूद के अनुसार, आवासीय, वाणिज्यिक और औद्योगिक क्षेत्रों में कई विकास कारकों ने 2024 में भारतीय रियल एस्टेट बाजार के सफल प्रदर्शन में योगदान दिया। उच्च आय वाले पेशेवरों की मांग और उच्च निवल संपत्ति वाले व्यक्तियों की बढ़ती संख्या के कारण, लग्जरी प्रॉपर्टी बाजार में जबरदस्त विस्तार हुआ।
आरजी ग्रुप के निदेशक हिमांशु गर्ग ने बताया कि 2024 रियल एस्टेट सेक्टर के लिए बहुत प्रोत्साहित करने वाला रहा। आशियाना हाउसिंग के जेएमडी, अंकुर गुप्ता ने बताया कि भारतीय रियल एस्टेट ने 2024 में विभिन्न सेगमेंट में तेज विकास को दर्शाया है। इसके साथ ही वरिष्ठ नागरिकों, लक्जरी आवास और बच्चों पर केंद्रित घरों ने अपने विशेष फीचर से लोगों को अपनी ओर आकर्षित किया है।
2025 को लेकर क्या है अनुमान?
अंतरिक्ष इंडिया ग्रुप के सीएमडी राकेश यादव ने बताया कि 2024 में जिस तरह का शानदार प्रर्दशन रियल एस्टेट सेक्टर ने किया और जो पिच तैयार की है, उसका फायदा 2025 में भी देखने को होगा। देशभर में तेजी से इंफ्रास्ट्रक्चर विकास हो रहा है और लोगों की आय बढ़ रही है। यह प्रॉपर्टी की मांग बढ़ाने में अहम रोल अदा करेगा। 2025 में रियल एस्टेट अधिक टिकाऊ, समावेशी और ग्राहक-केंद्रित बनेगा। रियल एस्टेट नए दृढ़ संकल्प और सामूहिक दृष्टि के साथ, उद्योग वैश्विक मानदंडों को फिर से परिभाषित करने के लिए तैयार है, जो भारत के आर्थिक विकास और शहरी परिवर्तन में महत्वपूर्ण योगदान देगा। डेवलपर्स, निवेशक, नीति निर्माता और उपभोक्ता मिलकर इस सेक्टर की अपार संभावनाओं को अनलॉक करेंगे, जिससे सभी के लिए विकास और समृद्धि को बढ़ावा मिलेगा।
नारेडको के राष्ट्रीय अध्यक्ष, जी हरि बाबू ने बताया कि 2025 में रियल एस्टेट सेक्टर में और विकास देखने को मिल सकता है। यह क्षेत्र स्थिर आर्थिक वातावरण और सहायक सरकारी पहलों द्वारा निरंतर विकास के लिए तैयार है। उम्मीद करते हैं कि किफायती और मिड सेगमेंट हाउसिंग एक प्रमुख विकास चालक बनेगा, जिसमें डेवलपर्स नए प्रोजेक्ट को पेश करने को प्राथमिकता देंगे। आर्थिक स्थिरता आवासीय और कार्यालय क्षेत्र, औद्योगिक और वेयरहाउसिंग स्थानों में बढ़ती मांग को प्रशस्त करेंगे। इसके साथ ही वैकल्पिक परिसंपत्ति वर्ग, जैसे डेटा सेंटर, सह-रहने की व्यवस्था और वरिष्ठ आवास भी तेजी से विकास के लिए तैयार हैं, जो बदलती जनसांख्यिकी और उपभोक्ताओं की वरीयताओं से प्रेरित होंगे।