सोने की कीमत में साल 2024 में 30% की रिकॉर्ड वृद्धि हुई है। इसके साथ ही सोने ने पिछले 10 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। यह जानकारी विश्व स्वर्ण परिषद (WGC) की ताजा रिपोर्ट से मिली है। रिपोर्ट के अनुसार, इस साल सोने की कीमत में 7,300 रुपये प्रति ग्राम (नवंबर के अंत तक) की बढ़ोतरी हुई है। डब्ल्यूजीसी की रिपोर्ट में कहा गया है कि 2024 में वैश्विक स्तर पर सोने की कीमतों में तेज वृद्धि मुख्य रूप से दुनियाभर के केंद्रीय बैंक की खरीद और निवेशकों की खरीदारी के कारण आई। आइए जानते हैं कि 2025 में क्या सोने की कीमत में इसी तरह जारी रहेगी तेजी या मंदी देखने को मिलेगी।
2025 में सोने की कीमत का आउटलुक
वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल (WGC) की रिपोर्ट के अनुसार, जीडीपी, फसलों की पैदावार और महंगाई जैसे प्रमुख फैक्टर पर नजर डालें तो 2025 सोने के लिए पॉजिटिव साल रहेगा। हालांकि, 2024 जैसी कीमत में तेजी देखने को नहीं मिलेगी। अगर तेजी आएगी तो वह दुनियाभर के केंद्रीय बैंकों की ओर से खरीदारी पर ही होगी। वहीं, केंद्रीय बैंकों की मॉनिटरी पॉलिसी का भी असर देखने को मिलेगा। इसके अलावा, सोने के बाजार में चीन का योगदान महत्वपूर्ण होगा।
गोल्डमैन सैक्स को बड़ी तेजी की उम्मीद
गोल्डमैन सैक्स को उम्मीद है कि दिसंबर 2025 तक सोने की कीमतें 3,150 डॉलर प्रति औंस तक पहुंच जाएंगी, जो मौजूदा स्तरों से लगभग 17 प्रतिशत अधिक है। उनका मानना है कि इस मूल्य वृद्धि का एक बड़ा हिस्सा वैश्विक केंद्रीय बैंकों की उच्च मांग के साथ-साथ अमेरिकी राजकोषीय स्थिरता और व्यापार तनाव/युद्धों को लेकर चिंताओं से भी प्रेरित होगा। यूबीएस के विश्लेषकों को भी उम्मीद है कि दिसंबर 2025 तक सोने की कीमतें 2,900 डॉलर प्रति औंस तक पहुंच जाएंगी। अभी अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की कीमत 2,72 डॉलर प्रति औंस के पार है। इसके चलते भारतीय बाजार में सोने की कीमत 80 रुपये प्रति 10 ग्राम के पार है।