चीनी कंपनी शाओमी (Xiaomi) बीते लंबे समय से स्मार्टफोन भारत में ही बना कर बेच रही है। लेकिन अभी तक अधिकतर पार्ट चीन (China) या अन्य देशों से आते थे, थोड़े बहुत ही पार्ट भारत में तैयार होते थे। लेकिन अब जल्द ही स्थिति बदलने वाली है। शाओमी अब अपने फोन की कीमत के लगभग 50 प्रतिशत के बराबर पार्ट भारत (Made in India) से ही खरीदेगी। Xiaomi ने 2025 तक मूल्य के हिसाब से स्मार्टफोन में उपयोग होने वाले उपकरणों का आधा हिस्सा स्थानीय रूप से लेने की योजना बनायी है।
शाओमी इंडिया (Xiaomi India) के अध्यक्ष मुरलीकृष्णन बी ने यह घोषणा करते हुए कहा कि कंपनी जल्द ही हेडफोन, ईयरफोन खंड में प्रवेश करने जा रही है। इसका उत्पादन नोएडा में ऑप्टिमस इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (ओईएल) के कारखाने में किया जाएगा। उन्होंने कहा, ‘‘हम अपने स्थानीय रूप से जो उत्पाद खरीदते हैं, उसको बढ़ाना चाहते हैं। पहले से ही गैर-सेमीकंडक्टर BOM (सामग्री के बिल) का 35 प्रतिशत स्थानीय रूप से लिया जा रहा है। हम जब संभव होगा, सेमीकंडक्टर लेने पर भी विचार करेंगे। हम 2025 से स्थानीय स्तर पर मूल्य के हिसाब से कलपुर्जों का 50 प्रतिशत तक स्थानीय स्तर पर लेने की उम्मीद कर रहे हैं।’’
मुरलीकृष्णन ने कहा कि कंपनी स्थानीय तौर पर कलपुर्जों का उपयोग बढ़ाने पर गौर करेगी। उन्होंने कहा, ‘‘इस साल के अंत तक, हम स्थानीय स्तर पर स्मार्टफोन डिस्प्ले लेने पर विचार करेंगे।’’ शाओमी की वर्तमान में स्मार्ट टेलीविजन के लिये भारतीय इलेक्ट्रॉनिक विनिर्माण सेवा कंपनियों डिक्सन टेक्नोलॉजी और रेडिएंट के साथ भागीदारी है। इसके अलावा, कंपनी ने टीवी रिमोट के लिये लाइट के साथ साझेदारी की है।
कंपनी ने ‘नेक बैंड’ (सुनने वाला उत्पाद) के निर्माण को लेकर OEL के साथ साझेदारी की है। इस उत्पाद को जून में पेश करने की योजना है। मुरलीकृष्णन ने कहा, ‘‘हम सुनने वाले उत्पादों की श्रेणी में दस्तक रहे हैं। हमने इसके लिये ऑप्टिमस इलेक्ट्रॉनिक्स को चुना है। सुनने योग्य और पहनने योग्य श्रेणी के उत्पादों के मामले में उनकी क्षमता काफी अधिक है।’’ कंपनी के स्मार्टफोन की बिक्री में लगातार गिरावट के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि 2022 कठिन साल रहा। कंपनी मात्रा की तुलना में लाभ के साथ वाजिब दाम पर बिक्री पर गौर कर रही है।