दुनिया में अरबपतियों की कुल संपत्ति पिछले 10 साल में 121 प्रतिशत बढ़कर 14 खरब डॉलर हो गई है। इसमें टेक अरबपतियों का खजाना सबसे तेजी से भर रहा है। स्विस बैंक यूबीएस ने अपनी लेटेस्ट रिपोर्ट में यह जानकारी दी है। जापान टुडे की खबर के मुताबिक, स्विट्जरलैंड का सबसे बड़ा बैंक यूबीएस ने कहा कि पिछले 10 सालों में डॉलर अरबपतियों की संख्या 1,757 से बढ़कर 2,682 हो गई है, जो 2021 में 2,686 के साथ टॉप पर था। यूबीएस की वार्षिक बिलियनेयर एम्बिशन रिपोर्ट में कहा गया है कि अरबपतियों ने पिछले एक दशक में वैश्विक इक्विटी बाजारों की तुलना में बेहतर प्रदर्शन किया है।
2024 में टेक अरबपतियों की संपत्ति
खबर के मुताबिक, 2015 और 2024 के बीच, कुल अरबपतियों की संपत्ति 121 प्रतिशत बढ़कर $6.3 खरब से $14.0 खरब हो गई- जबकि वैश्विक इक्विटी के MSCI AC वर्ल्ड इंडेक्स में 73 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई। टेक अरबपतियों की संपत्ति में सबसे तेज़ी से बढ़ोतरी हुई। इसके बाद उद्योगपतियों की संपत्ति बढ़ी। दुनिया भर में, टेक अरबपतियों की संपत्ति 2015 में $788.9 अरब से बढ़कर 2024 में $2.4 खरब हो गई। रिपोर्ट में पाया गया कि 2020 से, चीन के अरबपतियों में गिरावट के कारण वैश्विक विकास की प्रवृत्ति धीमी हो गई थी।
भारत और चीन के अरबपतियों का हाल
भारतीय अरबपतियों की संपत्ति 42.1 प्रतिशत बढ़कर 905.6 बिलियन डॉलर हो गई, जबकि उनकी संख्या 153 से बढ़कर 185 हो गई। चीनी अरबपतियों की संपत्ति साल 2015 से 2020 तक दोगुनी से अधिक हो गई, जो $887.3 अरब से बढ़कर $2.1 खरब हो गई, लेकिन तब से वापस $1.8 खरब पर आ गई है। 2015 से 2020 तक, वैश्विक स्तर पर अरबपतियों की संपत्ति में 10 प्रतिशत की वार्षिक दर से वृद्धि हुई, लेकिन 2020 से यह वृद्धि घटकर एक प्रतिशत रह गई है।
अरबपति बदल रहे देश
रिपोर्ट के मुताबिक, अरबपति अधिक बार शिफ्ट हो रहे हैं। साल 2020 से 176 लोग देश बदल चुके हैं, जिनमें स्विट्जरलैंड, संयुक्त अरब अमीरात, सिंगापुर और संयुक्त राज्य अमेरिका लोकप्रिय गंतव्य हैं। 2024 में, लगभग 268 लोग पहली बार अरबपति बने, जिनमें से 60 प्रतिशत उद्यमी थे। रिपोर्ट में कहा गया है कि अमेरिकी अरबपतियों ने 2024 में सबसे अधिक लाभ अर्जित किया, जिससे अरबपति उद्यमियों के लिए दुनिया के मुख्य केंद्र के रूप में देश की स्थिति मजबूत हुई। मुख्य भूमि चीन और हांगकांग के अरबपतियों की संपत्ति 16.8 प्रतिशत घटकर 1.8 ट्रिलियन डॉलर रह गई, जबकि अरबपतियों की संख्या 588 से घटकर 501 रह गई। यूएई के अरबपतियों की कुल संपत्ति 39.5 प्रतिशत बढ़कर 138.7 बिलियन डॉलर हो गई।