जेप्टो, ब्लिंकइट, बिग बास्केट जैसी क्विक कॉमर्स कंपनियों के आने के बाद से शहरों में रहने वाले लोगों की जिंदगी काफी आसान हो गई है। अब लोगों को रोजमर्रा की जिंदगी में इस्तेमाल की जाने वाली ज्यादातर चीजों के लिए टाइम निकालकर दुकानों पर जाने की जरूरत नहीं पड़ती और कुछ ही मिनटों में आपका सामान सीधे आपके दरवाजे पर पहुंच जाता है।
छोटे खुदरा दुकानदारों के लिए बड़ी चुनौती बनीं क्विक कॉमर्स कंपनियां
जहां एक तरफ क्विक कॉमर्स कंपनियों ने आम लोगों की जिंदगी को काफी आसान बना दिया है, वहीं दूसरी ओर इन कंपनियों ने छोटे दुकानदारों की रोजी-रोटी के लिए बड़ा संकट खड़ा कर दिया है। कोटक महिंद्रा बैंक के फाउंडर उदय कोटक भी ऐसे दुकानदारों की चिंताओं को लेकर अच्छी तरह से वाकिफ हैं।
आने वाले समय में राजनीतिक मुद्दा बनेंगी क्विक कॉमर्स कंपनियां
उन्होंने गुरुवार को कहा कि क्विक कॉमर्स बिजनेस की सफलता रिटेल दुकानदारों के लिए एक चुनौती बन गई है और ये एक राजनीतिक मुद्दा भी बनेगा। उदय कोटक ने भारतीय बिजनेस सेक्टर को “स्वतंत्र और निष्पक्ष व्यापार” में ज्यादा प्रतिस्पर्धी बनने के लिए भी प्रोत्साहित किया।
दुनिया के कई हिस्सों में ज्यादा सफल नहीं हुआ क्विक सर्विस मॉडल
बताते चलें कि क्विक कॉमर्स बिजनेस से जुड़ी स्विगी बुधवार को ही शेयर बाजार में लिस्ट हुई है। कोटक महिंद्रा बैंक के मौजूदा नॉन-एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर उदय कोटक ने कहा कि भारत दुनिया का एक अनूठा देश है, जहां क्विक कॉमर्स सर्विसेज सफल रही हैं, जबकि दुनिया के अन्य हिस्सों में ये मॉडल उतना प्रभावी नहीं रहा है।
भारतीय बिजनेस को प्रोडक्ट और क्रिएटिविटी पर फोकस करने की सलाह
उदय कोटक ने कहा कि ये एक पॉजिटिव संकेत है, जहां भारतीय इनोवेशन जमीनी स्तर पर काम कर रहा है और इसमें से कुछ वैल्यू क्रिएशन वास्तव में सच और टिकाऊ हैं। उदय कोटक ने भारतीय व्यवसायों से प्रोडक्ट और क्रिएटिविटी पर फोकस करने की सलाह दी।
पीटीआई इनपुट्स के साथ