Debt Market: किस एसेट क्लास में बेहतर रिटर्न मिले इसके ऊपर निवेशकों का ध्यान ज्यादा रहता है। अगर इन्वेस्टमेंट के अनुसार अधिक कमाई की बात आती है तो बाजार में पार्टिसिपेट करने वाले लोग इक्विटी के बारे में जानकारी देते हैं। डेट बाजार में निवेश करने से पहले जोखिम और बेहतर रिटर्न के बारे में जानकारी जरूर ले लें। क्या आप भी इसके जरिए बेहतर रिटर्न की उम्मीद कर रहे हैं। इक्विटी और डेट बाजार के मामले में अधिकांश लोगों की नजरें प्रिंसिपल अमाउंट पर रहती है।
डेट बाजार में है अधिक विजिबिलिटी
डेट बाजार में निवेश कर कम समय में अधिक रिटर्न नहीं मिलने की वजह से लोग इसे आलसी निवेश भी कहते हैं। लेकिन एक निश्चित रकम समय के अनुसार मिलने के कई बड़े फायदे हैं। इक्विटी की तुलना में डेट बाजार अधिक सुरक्षित है। इस बीच प्रिंसिपल अमाउंट के ऊपर भी नजर रखना जरूरी है। वहीं दूसरी तरफ इनमें इंडेक्सेशन बेनिफिट्स के अलावा फुल टर्म विजिबिलिटी भी होती है। विजिबिलिटी होने के कारण निवेशक योजना बनाकर वित्तीय लक्ष्य को प्राप्त कर पाते हैं।
डेट बाजार में निवेश करने का सही समय
डेट बाजार में निवेश करने का सही समय तब होता है जब ब्याज की दरें ज्यादा मिलने की संभावना हो। वहीं दूसरी तरफ जब ब्याज की दरें कम होने लगती है तो लोग समय रहते इसमें से निकलना शुरू कर देते हैं। अगर वर्तमान समय की बात करें तो भारत की नहीं बल्कि वैश्विक स्तर पर मुद्रास्फीति और विकास की दरें डाउनग्रेड होती नजर आ रही है। RBI के मुताबिक फाइनेंशियल ईयर 2024 में पिछले साल के मुकाबले घरेलू वृद्धि 6.8% से कम होकर 6.2% होने की संभावना है।
निवेश करने से पहले जरूर लें सलाह
डेट बाजार में निवेश करने का फिलहाल सही समय है। अगर आप भी इसके जरिए कमाई करने की सोच रहे हैं तो एक बार इनसे जुड़े प्रशिक्षित लोगों से सलाह जरूर लें। बगैर सलाह लिए किसी भी योजना या फंड में निवेश करने से जोखिम होने के कारण पैसे डूबने की संभावना हो सकती है। वहीं दूसरी तरफ निवेश करने के बाद बाजार के ऊपर निरंतर नजर बनाकर रखें। इसे ट्रैक करने से आप सही समय पर अधिक कमाई कर बाजार से बाहर निकल पाते हैं।