वोडाफोन आइडिया लिमिटेड (वीआईएल) को शेयरधारकों से सपोर्ट मिला है। कंपनी के शेयरधारकों ने प्रतिभूतियां जारी कर 20,000 करोड़ रुपये तक जुटाने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। पूंजी जुटाने को शेयरधारकों की मंजूरी लेने के लिए बीते मंगलवार को असाधारण आम बैठक (ईजीएम) बुलाई गई थी। भाषा की खबर के मुताबिक, वीआईएल ने बीएसई को ईजीएम मतदान के नतीजे के बारे में जानकारी दी, जिसमें 20,000 करोड़ रुपये की कुल राशि तक प्रतिभूतियां (सिक्योरिटीज) जारी करने से संबंधित प्रस्ताव के पक्ष में कुल 99.01 प्रतिशत वोट डाले गए।
जियो और भारती एयरटेल से है मुकाबला
खबर के मुताबिक, यह मंजूरी ऐसे समय में मिली है जब कर्ज में डूबी कंपनी शेयर और लोन के जरिये 45,000 करोड़ रुपये जुटाने की योजना बना रही है। इस कदम का मकसद कॉम्पिटीटर रिलायंस जियो और भारती एयरटेल द्वारा दी जाने वाली सेवाओं की बराबरी करना है। पूंजी जुटाने से वीआईएल को भारतीय दूरसंचार बाजार में अपनी प्रतिस्पर्धी स्थिति में सुधार करने में भी मदद मिलेगी, जहां वह जियो और भारती एयरटेल से बड़े अंतर से पीछे है। कंपनी पूंजी जुटाकर 5जी सहित अन्य सर्विस में सुधार पर ध्यान देने की तैयारी में है।
खबर के मुताबिक, वोडाफोन-आइडिया इस साल अपनी 5G सर्विस शुरू कर सकती है। इससे पहले साल 2022 में एयरटेल और रिलायंस जियो के साथ-साथ वोडाफोन आइडिया लिमिटेड ने भी 5G स्पेक्ट्रम की नीलामी में हिस्सा लिया था, लेकिन कंपनी अब तक 5G सर्विस शुरू नहीं कर पाई है।
फरवरी में बोर्ड से मिली थी मंजूरी
वोडाफोन आइडिया लिमिटेड को 20,000 करोड़ रुपये तक जुटाने के लिए फरवरी 2024 में बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स से मंजूरी मिली थी। बोर्ड ने फंड जुटाने के लिए मैनेजमेंट को बैंकरों, सलाहकारों और मध्यस्थों की नियुक्ति की जिम्मेदारी भी सौंपी है। वोडाफोन आइडिया लिमिटेड के शेयरों में भी हाल के समय में काफी सुधार देखने को मिला है।