पायलट की कमी के कारण उड़ानों में भारी अवरोध का सामना करने के बाद विस्तारा के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) विनोद कन्नन ने कहा कि एयरलाइन पायलटों के साथ चर्चा के बाद वर्तमान रोस्टर प्रणाली की समीक्षा करेगी। उन्होंने जोर देकर कहा कि यात्रियों की संख्या में कोई असामान्य वृद्धि नहीं हुई है। एयर इंडिया के साथ विलय की प्रक्रिया से गुजर रही टाटा समूह की एयरलाइन ने पायलटों की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए अस्थायी रूप से उड़ान संचालन कम कर दिया है।
मई तक स्थिति सामान्य होने की उम्मीद
कंपनी को मई तक स्थिति सामान्य होने की उम्मीद है। एयरलाइन के अनुसार, पायलटों के अधिक उपयोग के साथ एक सख्त रोस्टर हालिया व्यवधानों का मुख्य कारण है। नए अनुबंध के बारे में पायलटों के एक वर्ग के बीच चिंताएं भी हैं, जिससे वेतन में संशोधन भी होगा। कन्नन ने शुक्रवार को कहा कि पायलटों के साथ बैठक के दौरान रोस्टर को लेकर कुछ चिंताएं उठाई गईं। इस दौरान पायलटों से कहा गया कि एयरलाइन इस पर गौर करेगी कि रोस्टर प्रक्रिया की समीक्षा कैसे की जा सकती है। एयरलाइन के लगभग 6,500 लोगों के कुल कार्यबल में करीब 1,000 पायलट हैं।
एयरलाइन पायलटों की राय लेगी
उन्होंने कहा कि पायलट समूह के भीतर अलग-अलग प्रोफाइल वाले लोग होते हैं और पायलट एयरलाइन की उन्नत रोस्टर प्रणाली के जरिए विभिन्न जीवनशैली को अपना सकते हैं। जैसे, कुछ अधिक उड़ना पसंद करते हैं और कुछ अल्पविराम नहीं चाहते। उन्होंने कहा कि एयरलाइन पायलटों की राय लेगी और जरूरी संशोधनों पर विचार करेगी। विस्तारा प्रमुख ने कहा, ''इस बारे में बातचीत होगी। जाहिर है, हमारे पास पायलटों के विभिन्न समूहों के लिए अलग-अलग रोस्टर प्रणाली नहीं हो सकती। हमें उसे अपनाना होगा, जिस पर अधिक लोग सहमत हों। हम उस पर काम कर रहे हैं।''