एयर इंडिया और विस्तारा के मर्जर के लिए सिंगापुर एयरलाइंस को भारत सरकार से एफडीआई की मंजूरी मिल गई है। इस मंजूरी के बाद दोनों एयरलाइन कंपनियों के मर्जर की प्रक्रिया तेज हो जाएगी और इस साल के आखिर तक काम पूरा हो जाएगा। विस्तारा ने शुक्रवार को जारी किए गए एक प्रेस रिलीज में बताया कि 3 सितंबर, 2024 से 12 नवंबर, 2024 या उसके बाद की यात्रा के लिए फ्लाइट की बुकिंग बंद हो जाएगी। इसके बाद, 12 नवंबर से विस्तारा की सभी फ्लाइट्स को एयर इंडिया ऑपरेट करना शुरू कर देगी।
12 नवंबर को एयर इंडिया में शामिल होंगे विस्तारा के प्लेन और क्रू
एयर इंडिया के सीईओ कैंपबेल विल्सन ने शुक्रवार को कहा कि नियामकीय मंजूरी मिलने के बाद विस्तारा के प्लेन और क्रू मेंबर्स को 12 नवंबर को एयर इंडिया में शामिल किया जाएगा। विल्सन ने शुक्रवार को कर्मचारियों को भेजे गए एक मैसेज में कहा कि कंपनी अब लंबे और जटिल मर्जर प्रोसेस के लास्ट स्टेज में है।
पहले से बुकिंग करा चुके ग्राहकों का अब क्या होगा
सीईओ ने कहा कि 12 नवंबर और उसके बाद के लिए पहले से ही विस्तारा की फ्लाइट्स में बुकिंग करा चुके यात्रियों के फ्लाइट नंबर्स, एयर इंडिया के फ्लाइट नंबर्स में बदल जाएंगे। ये काम सितंबर में चरणबद्ध तरीके से पूरा किया जाएगा और ऐसा होने पर यात्रियों को व्यक्तिगत रूप से सूचित किया जाएगा। कैंपबेल विल्सन ने कहा कि करीब सभी मामलों में प्लेन, टाइम टेबल और ऑपरेशनल क्रू 2025 की शुरुआत तक कोई बदलाव नहीं होगा।
एयर इंडिया में सिंगापुर एयरलाइंस को मिलेगी 25.1 प्रतिशत हिस्सेदारी
बताते चलें कि एयरलाइन कंपनी विस्तारा, टाटा ग्रुप और सिंगापुर एयरलाइंस का जॉइंट वेंचर है। फिलहाल, विस्तारा में टाटा की 51 फीसदी हिस्सेदारी है और सिंगापुर एयरलाइंस लिमिटेड की 49 प्रतिशत हिस्सेदारी है। विस्तारा का एयर इंडिया में मर्जर होने के बाद, टाटा ग्रुप की एयर इंडिया में सिंगापुर एयरलाइंस की 25.1 प्रतिशत हिस्सेदारी हो जाएगी।