एयरलाइन विस्तारा (Vistara) पायलट संकट (Pilot Crisis) के बीच परिचालन को स्थिर करने का प्रयास करते हुए अपनी क्षमता में 10 फीसदी या लगभग 25-30 उड़ानें प्रतिदिन कम कर रही है। एयरलाइन को उम्मीद है कि अप्रैल में परिचालन स्थिर रहेगा। विस्तारा को 31 मार्च से शुरू हुए समर शेड्यूल में प्रतिदिन 300 से अधिक उड़ानें संचालित करनी थीं। एयर इंडिया के साथ विलय की प्रक्रिया से गुजर रही टाटा समूह की एयरलाइन ने पायलटों की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए अस्थायी रूप से उड़ान संचालन कम किया है। पायलट्स के एक साथ मेडिकल लीव पर चले जाने के बाद यह संकट खड़ा हुआ है।
रोजाना 25-30 फ्लाइट्स कर रहे कम
कंपनी के एक प्रवक्ता ने रविवार को बयान में कहा, “हम सावधानीपूर्वक अपने परिचालन को प्रतिदिन लगभग 25-30 उड़ानों तक कम कर रहे हैं। यह हमारी दैनिक परिचालन क्षमता का लगभग 10 फीसदी है। यह हमें फरवरी, 2024 के अंत में उड़ान संचालन के उसी स्तर पर वापस ले जाएगा और रोस्टरों में बहुत आवश्यक लचीलापन और बफर प्रदान करेगा।”
यात्रियों को दूसरी फ्लाइट्स में किया एडजस्ट
कंपनी के अनुसार, यह रद्दीकरण ज्यादातर घरेलू नेटवर्क पर और ग्राहकों की असुविधा को कम करने के लिए समय से काफी पहले किए जाते हैं। कंपनी ने कहा, “सभी प्रभावित यात्रियों को पहले ही अन्य फ्लाइट्स में, जैसा लागू हो, पुनः समायोजित कर दिया गया है।” इस सप्ताह की शुरुआत में कई पायलटों की तबीयत खराब होने के कारण कंपनी को बड़ी संख्या में फ्लाइट्स रद्द करनी पड़ीं। शुक्रवार को विस्तारा के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (CEO) विनोद कन्नन ने कहा कि फ्लाइट में व्यवधान का मुख्य कारण बढ़ा हुआ रोस्टर है।