भारतीय एविएशन मार्केट में एक बार फिर बड़ी हलचल मचने जा रही है। भारतीय एयरलाइंस सेक्टर की 4 बड़ी कंपनियों का संचालन कर रही दिग्गज कंपनी टाटा (Tata Group) अब एयरलाइंस के मर्जर पर विचार कर रही है। ताजा रिपोर्ट की माने तो टाटा अपनी विस्तारा एयरलाइंस (Vistara Airlines) को बंद कर सकता है। फिलहाल टाटा की बास्केट में एयर इंडिया (Air India) और एयर इंडिया एक्सप्रेस शामिल है, जिसे कंपनी ने इसी साल खरीदा है। इसके साथ ही विस्तारा और एयर एशिया भी टाटा समूह की एयरलाइंस हैं।
खत्म होगा विस्तारा का सफर
अंग्रेजी अखबार मिंट में छपी खबर के अनुसार टाटा अपने प्रीमियम एविएशन ब्रांड विस्तारा को खत्म करने पर विचार कर रहा है। विस्तारा में सिंगापुर एयरलाइंस लिमिटेड की हिस्सेदारी है। भारत में टाटा और सिंगापुर एयरलाइंस के करार के साथ 9 जनवरी 2015 को विस्तारा एयरलाइंस ने पहली उड़ान भरी थी। मई 2019 तक कंपनी के पास भारतीय एविएशन मार्केट में 4.7 प्रतिशत की हिस्सेदारी थी। कंपनी सूत्रों के अनुसार इस संबंध में बातचीत जारी है, साथ ही सिंगापुर एयरलाइंस संयुक्त इकाई में हिस्सेदारी के आकार का मूल्यांकन कर रही है।
टाटा क्यों उठा रहा है ये कदम
टाटा समूह एयर इंडिया लिमिटेड के तहत अपने एयरलाइन ब्रांडों को एकीकृत करने की योजना पर विचार कर रहा है। टाटा संस ने एअर इंडिया को खरीदने के बाद जनवरी में मैनेजमेंट कंट्रोल लिया था। इसके बाद से ही उसने अपनी चारों एयरलाइंस को इंटीग्रेट करने की प्रोसेस शुरू कर दी थी। इस प्रोसेस के तहत, एअर इंडिया, एअर इंडिया एक्सप्रेस, विस्तारा, एयर एशिया इंडिया और ग्राउंड हैंडलिंग फर्म AISATS एक ही ऑफिस से ऑपरेट होंगे।
एयर इंडिया में 100% हिस्सेदारी
हाल ही में एयर एशिया इंडिया की 100% हिस्सेदारी अब टाटा ग्रुप के पास आ गई है। टाटा के पास अभी एयर एशिया इंडिया में 83.67% हिस्सेदारी थी। दिसंबर 2020 में उसने एयर एशिया इंडिया में अपनी ये हिस्सेदारी बढ़ाई थी। बची हुई हिस्सेदारी मलेशियाई एयरलाइन ग्रुप एयर एशिया के पास थी। एयर एशिया इंडिया ब्रांड नाम 'एयर एशिया' के तहत काम करती है।
टाटा ने दिया सबसे बड़ा ऑर्डर
टाटा इस समय 300 से अधिक नैरो-बॉडी जेट के लिए ऑर्डर देने पर विचार कर रहा है। यह भारतीय इतिहास का सबसे बड़ा एविएशन ऑर्डर होगा। एयर इंडिया के मुख्य कार्यकारी कैंपबेल विल्सन ने पिछले महीने कहा था कि एयरलाइन पांच साल में 113 विमानों के अपने बेड़े को तीन गुना कर देगी। एयरलाइन 25 एयरबस एसई और पांच बोइंग कंपनी के विमानों को शामिल करने की योजना बना रही है।