मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन परियोजना रफ्तार नहीं पकड़ पा रही है। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, 31 मार्च तक इस पर केवल 30.15 प्रतिशत काम हुआ है। गुजरात की ओर 35.23 प्रतिशत काम हो चुका है, जबकि महाराष्ट्र की ओर तस्वीर निराशाजनक है। अभी मात्र 19.65 प्रतिशत काम हुआ है।
परियोजना पर लगभग 56.34 प्रतिशत सिविल कार्य पूरा कर लिया गया है। गौरतलब है कि परियोजना पर पांच साल से काम हो रहा है।
1 लाख करोड़ से अधिक अनुमानित लागत
भारत की पहली मुंबई-अहमदाबाद हाई स्पीड रेल परियोजना (एमएएचएसआर) या बुलेट ट्रेन, जिसकी अनुमानित लागत लगभग 1 लाख 8,000 करोड़ रुपये है, को अगस्त 2026 तक सूरत-बिलिमोरा (63 किमी) के बीच ट्रायल रन के लिए लक्षित किया गया है। पूरे 508 किमी लंबे मुंबई-अहमदाबाद कॉरिडोर, जिसमें महाराष्ट्र में 156 किमी और गुजरात में 352 किमी शामिल हैं। इस रूट पर बुलेट ट्रेन 2027 तक चालू होने की संभावना है। उत्तर की ओर मुंबई-ठाणे के बीच पर्यावरण-संवेदनशील ठाणे क्रीक से गुजरने वाला रेल गलियारा एक प्रमुख आकर्षण होगा, इसमें ठाणे क्रीक फ्लेमिंगो अभयारण्य (टीसीएफएस) शामिल है, जिसे अगस्त 2022 में रामसर साइट के रूप में नामित किया गया था।
मुंबई से अहमदाबाद सिर्फ 2 घंटे 7 मिनट में
नेशनल हाई स्पीड रेल कॉपोर्रेशन लिमिटेड (एनएचएसआरसीएल) के अनुसार, बुलेट ट्रेन 320 किमी प्रति घंटे की अधिकतम गति से चलेगी और मुंबई-अहमदाबाद के बीच की पूरी दूरी को केवल 127 मिनट में तय करेगी। एमएएचएसआर में वायडक्ट्स (460 किमी) और पुल (9.22 किमी), सुरंग (25.87 किमी), तटबंधों / कटिंग (12.9 किमी) के माध्यम से 92 प्रतिशत हाई-स्पीड एलिवेटेड रेलवे ट्रैक शामिल हैं। बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स से शुरू होकर, बुलेट ट्रेन अंतिम गंतव्य, अहमदाबाद के साबरमती स्टेशन तक जाएगी। यह गुजरात के आठ जिलों, महाराष्ट्र के तीन जिलों और केंद्र शासित प्रदेश दादरा और नगर हवेली और दमन और दीव से होकर गुजरेगी। बुलेट ट्रेन एक दर्जन स्टेशनों मुंबई-बीकेसी, ठाणे, विरार, बोईसर, वापी, बिलिमोरा, सूरत, भरूच, वडोदरा, आनंद, अहमदाबाद और साबरमती स्टेशनों पर रुकेगी।