America: अपने परिवार के साथ न्यूयॉर्क (Newyork) जाने की प्लानिंग कर रहे गुड़गांव के एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर (Software Engineer) अमित चोपड़ा(बदला हुआ नाम) उस समय सदमे में आ गए, जब उन्होनें अमेरिकी दूतावास की वेबसाइट ओपेन की। उन्होनें देखा कि जो सबसे जल्द अप्वाइंटमेंट वाली डेट है, वह मार्च 2024 है। उन्होनें कहा कि इस हिसाब से अगले साल के क्रिसमस की प्लानिंग करने पड़ेगी। इस शख्स को अपनी यात्रा न चाहते हुए भी रद्द करनी पड़ गई।
अमेरिका जाने के लिए डेढ़ साल का इंतजार
अगर आपके दिमाग में अमेरिका जाने का ख्याल आ रहा है तो उसे इस बात की जानकारी दीजिए कि वीजा मिलने में लंबा समय लग रहा है। अगर आप आज अप्लाई करते हैं तो मार्च 2024 तक आपका नंबर आएगा। यही हाल यूरोपीय देशों का भी है। अधिकांश यूरोपीय दूतावास वीजा के लिए अप्वाइंटमेंट नहीं दे रहे हैं। स्वीडन नियुक्तियां देने वाले दुर्लभ देशों में से एक है। इसी तरह स्विट्जरलैंड जाने के लिए सितंबर के अंत तक वीजा मिलने की उम्मीद है।
बता दें, सबसे लंबी नियुक्ति प्रतीक्षा समय अमेरिकी टूरिस्ट वीजा के लिए है। हालांकि, एक बार वहां पासपोर्ट जमा करने के बाद, वह 10 दिनों के भीतर वापस कर दिया जाता है। अगर आपका सेलेक्शन हो जाता है तो। जिन लोगों को वीजा दिया जाता है, उन्हें बिना किसी अतिरिक्त कीमत के 10 साल की मल्टीपल एंट्री दी जाती है। यह अमेरिका के साथ एक बड़ा प्लस प्वाइंट है।
अमेरिका और लंदन समेत 25 शेंगेन क्षेत्र के यूरोपीय देशों का वीजा मिलने में संकट
वीजा मिलने में यह देरी सिर्फ अमेरिका, कनाडा या लंदन के लिए ही नहीं है, बल्कि शेंगेन क्षेत्र से जुड़े 25 यूरोपीय देशों का भी वीजा हासिल करने में यह समस्या है। इनमें आस्ट्रिया, जर्मनी, बेल्जियम, चेक रिपब्लिक, डेनमार्क, एस्टोनिया, फिनलैंड, फ्रांस, हंगरी, आइसलैंड, इटली, लातविया, लिचेंशेन, लिथुआनिया, लग्जमबर्ग, माल्टा, नीदरलैंड, नार्वे, पोलैंड, पुर्तगाल, स्लोवाकिया, स्पेन, स्वीडन और स्विट्जरलैंड जैसे देश शामिल हैं। इन देशों की यात्रा करने वाले यात्रियों को अब 15 से 18 माह तक का लंबा इंतजार करना पड़ेगा। यह विदेश यात्रा करने वालों के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है। क्योंकि इनमें से अधिकांश यूरोपीय देशों में वीजा के लिए लंबा इंतजार है। सिर्फ स्वीडन और स्विट्जरलैंड ही सितंबर के आखिरी हफ्ते का वीजा अप्वाइंटमेंट दे रहे हैं। वहीं भारत में ब्रिटेन के राजदूत एलेक्स एलिस ने इस देरी के लिए लोगों से खेद व्यक्त किया है। साथ ही उन्होंने विदेश जाने की इच्छा रखने वाले यात्रियों से अनुरोध किया है कि जब तक वीजा नहीं मिल जाता, तब तक एअर टिकट ना खरीदें।
छात्रों-व्यापारियों को अमेरिका देगा प्राथमिकता
अमेरिकी दूतावास ने भी वीजा मिलने में इतनी अधिक देरी के लिए दुख व्यक्त किया है। साथ ही दूतावास में कर्मचारियों की संख्या बढ़ाकर वेटिंग टाइम कम करने का भरोसा भी दिलाया है। इसके अतिरिक्त प्राथमिकता की श्रेणी में आने वाले छात्रों, व्यापारियों और खेती के उद्देश्य से जाने वाले किसानों को प्राथमिकता देने की बात कही है। साथ ही कोरोना महामारी के चलते स्टाफ कम होने को भी इसकी वजह बताया है। नए स्टाफ के लिए कुछ नए लोगों को प्रशिक्षित किए जाने की बात भी कही है।
वीजा की मांग में 32.8 फीसद तक की अप्रत्याशित बढ़ोत्तरी
लंदन के अधिकारियों के मुताबिक भारतीयों के लिए लंदन उनकी पसंदीदा जगहों में से एक है। यही वजह है कि अप्रैल 2021 से मार्च 2022 के बीच एक लाख 06 हजार से अधिक लोगों ने वीजा के लिए अप्लाई किया, जो कि वर्ष 2019-20 की तुलना में 328 फीसद से भी अधिक है। वहीं कनाडा के अनुसार भारतीयों की ओर से वीजा की मांगों में 32 फीसद तक की बढ़ोत्तरी हुई है।